आयुर्वेद के अनुसार, यह पौधा कई औषधीय गुणों से भरपूर है, यह पेशाब के माध्यम से किडनी और ब्लैडर के पत्थरों को दूर करने में बहुत कारगर साबित होता है। इस पत्ते का इस्तेमाल कई लोगों ने पहले भी किया है।
जानिए क्या हैं इस पत्ते के फायदे
पत्थरचट्टा एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है जो शरीर में कई तरह के दर्द को कम करने में मदद कर सकता है। इसके अलावा यह पेट के पत्थरों को कम करने में भी सहायक होता है। इसका डाययूरेटिक गुण आपके शरीर के विषाक्त पदार्थों को पेशाब के साथ बाहर निकाल देता है और पेट और आंतों के कामकाज में सुधार करता है। पत्थरचट्टा एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है। इससे आप शरीर में कई तरह के दर्द से छुटकारा पा सकते हैं। इसके अलावा यह पेट के पत्थरों को कम करने में भी सहायक होता है। यह पेट और आंतों के लिए फायदेमंद माना जाता है।
कैसे की जाती है इस पेड़ की खेती
पत्थरचट्टा की खेती करने के लिए सबसे जरूरी बात यह है कि इस पत्थरचट्टा की खेती के लिए आपको इस पत्थरचट्टा के बीज की जरूरत होगी और इस पत्थरचट्टा के पौधे को लगाने के बाद जब यह पक जाता है तो आमतौर पर पेड़ के तरबूज में कुछ बीज होते हैं जिन्हें निकालकर सुखाकर कई सालों तक स्टोर किया जा सकता है। इन बीजों को नर्सरी में तैयार किया जाता है, उसके बाद इन पौधों को खेत में लगाया जाता है, कुछ समय बाद इनमें छोटे-छोटे पौधे उगने लगते हैं और कुछ सालों बाद इनमें फल आने लगते हैं।
कितनी होगी कमाई
पत्थरचट्टा की कीमत की बात करें तो आपको बाजार में 200 रुपये प्रति किलो मिल जाएगा और आपको बता दें कि पत्थरचट्टा के इतने सारे फायदों के कारण बाजार में पत्थरचट्टा की काफी डिमांड रहती है, अगर आप इस पत्थरचट्टा की खेती करते हैं तो आपको कम से कम 50 से 60 लाख रुपये प्रति महीने का मुनाफा होगा।