क्या आप ऐसी खेती के बारे में जानना चाहते हैं जो आपके खजाने को भर दे? जी हां, लाल चंदन की खेती एक ऐसा ही सुनहरा अवसर है. इसकी लकड़ी इतनी कीमती होती है कि इसकी रखवाली के लिए सुरक्षा गार्ड की जरूरत भी पड़ सकती है. आइए, इस खास खेती के बारे में विस्तार से जानते हैं.
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लाल चंदन की खेती के फायदे
- अत्यधिक लाभ: लाल चंदन की लकड़ी सफेद चंदन से भी ज्यादा महंगी बिकती है. एक पेड़ से मिलने वाली लकड़ी आपको इतना मुनाफा दे सकती है कि आपकी आने वाली कई पीढ़ियां आराम से खा सकती हैं. जहां सफेद चंदन की लकड़ी 10 से 12 लाख रुपये तक बिकती है, वहीं लाल चंदन 25 से 30 लाख रुपये प्रति पेड़ तक जा सकता है.
- मान-सम्मान: इस दुर्लभ पेड़ की खेती करने से आपको समाज में एक अलग पहचान भी मिलती है. एक सफल लाल चंदन किसान के रूप में आपका नाम और मान सम्मान बढ़ता है.
लाल चंदन की खेती कैसे करें?
लाल चंदन की खेती के लिए उपयुक्त मिट्टी का चयन सबसे महत्वपूर्ण है. यह मुख्य रूप से बलुई मिश्रित मिट्टी (लोअमी मिट्टी) में उगाया जाता है. मिट्टी का पीएच मान 6.5 से 7.4 के बीच होना चाहिए. इसकी खेती पहले नर्सरी में की जाती है, फिर पौधों को खेत में स्थानांतरित किया जाता है. हालांकि, लाल चंदन को तैयार होने में कम से कम 12 से 15 साल का समय लगता है. इसलिए धैर्य रखना इस खेती में सफलता की कुंजी है.
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ध्यान देने योग्य बातें
लाल चंदन की खेती शुरू करने से पहले कानूनी पहलुओं को समझना जरूरी है. लाल चंदन की कटाई और बिक्री सरकारी नियमों के अधीन होती है. इसलिए लाइसेंस और परमिट प्राप्त करना आवश्यक है. साथ ही, इस दुर्लभ पेड़ की तस्करी भी एक बड़ा अपराध है, इसलिए सतर्क रहें और खेती को कायदे-कानून के दायरे में ही बनाए रखें.