आपने ये सुना होगा कि “डीजल का पेड़ लगाओ और मालामाल हो जाओ! ये बातें सुनने में तो अच्छी लगती हैं, लेकिन ये है कि मामला इतना आसान नहीं है.
इस लेख में हम जट्रोफा (Jatropha) के बारे में जानेंगे, जिसे अक्सर “डीजल का पेड़” कहा जाता है. हम देखेंगे कि क्या वाकई ये लाखों कमाने का धंधा है और इसकी खेती करने से पहले किन बातों का ध्यान रखना ज़रूरी है.
यह भी पढ़िए :- Bajaj ला रहा है दुनिया की पहली CNG बाइक खबर सुन ग्राहकों के खिले चेहरे जाने इसके बारे में
जट्रोफा की खेती: फायदे और नुकसान
जट्रोफा एक ऐसा पौधा है जिसके बीजों से बायोडीजल बनाया जा सकता है. बायोडीजल डीजल का एक जैविक विकल्प है. इसकी खेती का फायदा ये है कि ये कम उपजाऊ ज़मीन पर भी हो सकती है. वहीं, इसकी पत्तियां खाद बनाने के काम भी आती हैं.
लेकिन, जट्रोफा की खेती को लेकर कुछ चुनौतियां भी हैं.
- बीजों से निकलने वाले तेल की मात्रा उतनी ज़्यादा नहीं होती जितना दावा किया जाता है.
- बाज़ार में जट्रोफा के बीजों का भाव उतना नहीं मिलता जितना बताया जाता है.
- जट्रोफा की खेती से पहले मिट्टी परीक्षण और कृषि विशेषज्ञों की सलाह ज़रूरी है.
जट्रोफा की खेती करने से पहले जान लें ये बातें
अगर आप जट्रोफा की खेती करने का विचार कर रहे हैं तो जल्दबाज़ी ना करें. सबसे पहले अपने इलाके की मिट्टी का परीक्षण करवाएं और कृषि विशेषज्ञों से सलाह लें. वो आपको बताएंगे कि आपकी ज़मीन जट्रोफा की खेती के लिए उपयुक्त है या नहीं.
बाज़ार का रुख भी समझें. फसल तैयार होने के बाद जट्रोफा के बीजों को बेचने में कोई दिक्कत न हो, इसके लिए पहले से ही खरीदार ढूंढ लें. सरकारी योजनाओं की जानकारी भी रखें.
यह भी पढ़िए :- इस फसल की खेती ने चाचा को बना दिया लखपति एक बार में कमाते है 50 लाख जाने कैसे
जट्रोफा की खेती
जट्रोफा की खेती मेहनत और जानकारी मांगती है. ये कोई रातोंरात अमीर बनने का शॉर्टकट नहीं है. किसी भी कृषि कार्य की तरह इसमें भी धैर्य और मेहनत की ज़रूरत होती है.
अगर आप सही जानकारी के साथ जट्रोफा की खेती का प्लान बनाते हैं तो ये आपके लिए फायदेमंद हो सकती है. लेकिन ये सोचकर कि कुछ ही महीनों में लाखों कमा लेंगे, खेती में ना उतरें.