एवोकैडो एक बलशाली फल है जिसकी कीमत जितनी ज़्यादा है, उसके फायदे भी उतने ही अनमोल हैं। ये पौष्टिक तत्वों से भरपूर फल न सिर्फ लंबी उम्र देता है बल्कि आपको स्वस्थ भी रखता है। फिर भी, लोग इसे खरीदने से कतराते हैं। आइए जानते हैं इसकी खेती कैसे की जाती है।
एवोकैडो की खेती
एवोकैडो की खेती मुख्य रूप से विदेशों में होती है। इसकी खेती के लिए सबसे पहले एवोकैडो के बीज से नर्सरी में पौधे तैयार किए जाते हैं, जिन्हें बाद में खेत में लगाया जाता है। एवोकैडो की नर्सरी तैयार करने के लिए बीजों को सीधे पॉलीथीन बैग या नर्सरी बेड में बोया जा सकता है। नर्सरी में एवोकैडो के पौधे तैयार होने में लगभग 6 से 7 महीने का समय लगता है। इसके बाद आप इन पौधों को खेत में लगा सकते हैं। स्वस्थ भोजन शरीर और मन दोनों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। अच्छा खाने से हम अच्छा महसूस करते हैं और अच्छा महसूस करने पर हम ज़्यादा खुश रहते हैं। यह लंबी उम्र भी प्रदान करता है।
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मुनाफे की संभावनाएँ
इसके साथ ही आपको बता दें कि इस फल की मार्केट में कीमत भी बहुत ज़्यादा होती है, जिससे आप अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। भारतीय बाजार में एवोकैडो फल की कीमत लगभग 500 से 600 रुपये प्रति किलो तक होती है, इसलिए इस फल की खेती करके आप अच्छी कमाई कर सकते हैं। बढ़ती मांग के कारण इसकी कीमत में और भी इजाफा होता रहता है।