आजकल खेती के क्षेत्र में कई नए विकल्प सामने आ रहे हैं। इनमें से कीटपालन एक तेजी से लोकप्रिय और मुनाफेदार विकल्प बन रहा है। इन कीटों से कई तरह के कच्चे माल तैयार किए जाते हैं। इन्हीं में से एक है कोकून, जिससे रेशम तैयार किया जाता है। आइए जानते हैं कोकून की खेती कैसे की जाती है।
कोकून की खेती की विधि
कोकून की खेती की शुरुआत कोकून के कीड़े से होती है। इन कीड़ों को सबसे पहले अर्जुन के पेड़ पर रखा जाता है। ये कीड़े पेड़ की पत्तियां खाकर धीरे-धीरे बढ़ते हैं। इसके बाद किसान इन्हें अपने घर लाकर अगले सीजन के लिए अंडे तैयार करते हैं। अंडे तैयार करने के लिए 100 से 120 कोकून का एक लारी तैयार किया जाता है। फिर इसे लटकाकर लगभग 60 से 65 दिनों तक 30 डिग्री तापमान पर रखा जाता है। इसके बाद इनसे तितलियां निकलती हैं जो नर और मादा होती हैं। ये तितलियां फिर अंडे देती हैं।
कितना होता है मुनाफा
कोकून के एक पैकेट की कीमत लगभग 1700 रुपये होती है जिसमें लगभग 25 से 30 हजार कीड़े होते हैं। इन्हें अर्जुन के पेड़ पर रखकर कोकून तैयार किया जाता है और एक कोकून की कीमत 9 रुपये होती है। बताया जाता है कि अंडे 10 दिन में तैयार हो जाते हैं और इनके जीवनकाल में चार बार केंचुए की तरह चार बार त्वचा बदलती है। पांचवें चरण में ये कीड़े तेजी से पत्तियां खाते हैं और 13 दिनों में कोकून बना लेते हैं। ये कोकून अपने मुंह से रेशम निकालकर 73 घंटे में तैयार करते हैं।