Harda News : श्रीराम चरित मानस में तुलसीदास जी ने एक बार चौपाई का 37 बार वर्णन किया भागवत कथा में बोले पवन कुमार त्रिपाठी दो विधानसभा के मध्य मै बालागांव का धुर्रानी खेडा़ के खेडा़पति दक्षिणी मुखी सिद्ध प्रसिद्ध हनुमान मंदिर क्षेत्र की शान के रुप मे पहचान बना चुका क्षेत्र का गौरवगान हनुमान मन्दिर मे संचालक प्रदीप गौर की और से सात दिवसीय भागवत पुराण का आयोजन किया जा रहा है जिसमें पांचवें दिवस रामकथा के दौरान व्यास पीठ पर कथा व्यास पवन कुमार त्रिपाठी प्रयागराज राज वालों के मुखारविंद से श्रीरामचरितमानस की चौपाईयो का बड़े ही मार्मिक तरीके से वर्णन किया।
मनुष्य का जीवन तीन भाव से बना है, पहला हर्ष, दूसरा शोक और तीसरा भय। हर्ष का अर्थ होता है खुशी, शोक यानी की दुःख और भय मतलब डर। अक्सर सफलता के रास्ते में डर रुकावट पैदा करता है। आमतौर पर इस डर को कम करने के लिए धार्मिक ग्रंथ पढ़ने की सलाह दी जाती है। माना जाता है कि धार्मिक ग्रंथों का पाठ करने से जीवन में सकारात्मकता बनी रहती हैं।
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रामचरितमानस की चौपाइयां इतनी प्रभावशाली है कि मानव रामचरितमानस का पाठ करने से जन्म जन्मांतरों के पाप से मुक्ति, भय, रोग आदि सभी दूर हो जाते हैं। कहा जाता है पर पढ़ने वालो को विकार नहीं आना चाहिए।पांचवें दिवस की कथा समापन अवसर पर महाआरती पुष्वांजली हुई, जिसमे भी सैकड़ों स्त्री पुरषों ने भाग लिया। सभी को समिति की और से प्रसाद वितरित किया गया। भागवत कथा के आयोजन समिति के सदस्यों ने सभी श्रोताओं का आभार व्यक्त किया।