अरबी एक ऐसी फसल है जो कम मेहनत और लागत में अधिक मुनाफा देती है। यह फसल आलू की तरह दिखती है और कई पोषक तत्वों से भरपूर होती है। अरबी की खेती करने के लिए सही जगह का चयन करना आवश्यक है। जहां जल निकास की अच्छी व्यवस्था हो और अच्छी गुणवत्ता के बीज बोए जाएं। समय-समय पर सिंचाई करें। जब यह फसल 4 महीने की हो जाए तो इसे खेत से निकालकर बाजार में बेच सकते हैं।
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कम लागत में अधिक मुनाफा
एक बीघा में अरबी बोने में 15 हजार रुपये खर्च होते हैं। साथ ही बीजों को 40 से 80 रुपये प्रति किलो की दर से बिक्री के साथ खरीदा जा सकता है। ऐसे में जब यह फसल 90 से 120 दिनों में शुरू होती है तो एक बीघा में लगभग 4 क्विंटल उपज प्राप्त होती है।
जानवर भी नहीं पहुंचाते नुकसान
आमतौर पर खेतों में जानवर फसल को नुकसान पहुंचाते हैं। लेकिन अरबी की फसल के साथ ऐसा नहीं है। जानवर इसके पौधे को कम चरते हैं। यदि अरबी या घुइया जमीन के नीचे है तो जानवर चाहकर भी इसे नुकसान नहीं पहुंचा सकते।
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अरबी में भरपूर मात्रा में पोषक तत्व
अरबी खाने से कई स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं। यह सब्जी प्रोटीन, विटामिन ए, विटामिन सी, कैल्शियम और आयरन जैसे कई पोषक तत्वों से भरपूर होती है। यह एंटीऑक्सिडेंट, पोटेशियम और सोडियम के लिए एक अच्छा विकल्प है।
अरबी की खेती कैसे करें?
अरबी की खेती के लिए सबसे पहले सही भूमि का चयन करना होता है। जहां जल निकास की अच्छी व्यवस्था हो। साथ ही अच्छी गुणवत्ता के बीज बोए जाएं। समय-समय पर सिंचाई करें। जब यह फसल 4 महीने की हो जाए तो इसे खेत से निकालकर बाजार में बेच सकते हैं।