काली हल्दी की खेती इन दिनों किसानों के लिए सोने की तरह है। साल के बारहों महीने इसकी मांग बनी रहती है और मुनाफा इतना जबरदस्त है कि गिन-गिनकर थक जाएंगे। इस फसल में नुकसान की कोई गुंजाइश नहीं, सिर्फ और सिर्फ मुनाफा होता है। तो चलिए जानते हैं कि कैसे करें काली हल्दी की खेती।
काली हल्दी के फायदे
काली हल्दी के ढेरों फायदे हैं। ये कई तरह की बीमारियों से बचाती है और इससे कई दवाइयां बनती हैं। ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखने में मदद करती है और शरीर में इंसुलिन के ज्यादा बनने के खतरे को कम करती है। ब्रोंकाइटिस, निमोनिया, अस्थमा जैसी सांस की बीमारियों में काली हल्दी फायदेमंद है। ये फेफड़ों को स्वस्थ रखती है और चेहरे पर निखार लाती है।
काली हल्दी की खेती कैसे करें
काली हल्दी की खेती के लिए सबसे पहले मिट्टी का चुनाव करना होता है। इसके लिए चिकनी दोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है। मिट्टी का पीएच स्तर 8.5 होना चाहिए। काली हल्दी की फसल गर्मी और नमी वाले मौसम में अच्छी पैदा होती है। इसकी खेती के लिए ज्यादा बारिश की जरूरत नहीं पड़ती। काली हल्दी का पौधा 20 से 21 डिग्री तापमान में ज्यादा उत्पादन देता है।
होगी कितनी कमाई
काली हल्दी की खेती से आपको जबरदस्त मुनाफा होगा। इसकी मार्केट में बहुत ज्यादा डिमांड है और लोग इसे खूब पसंद करते हैं। एक बार अगर आपने इसकी खेती शुरू कर दी तो फिर आपको दूसरी फसल की जरूरत ही नहीं पड़ेगी।