बकरी है या दूध का झरना देसी गाय से भी ज्यादा दूध देती है ये अद्भुत बकरी मीट की भी है जबरदस्त डिमांड

By pradeshtak.in

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Goat Farming

Goat Farming:बकरी है या दूध का झरना देसी गाय से भी ज्यादा दूध देती है ये अद्भुत बकरी मीट की भी है जबरदस्त डिमांड पशुपालन किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण कृषि कार्य है, जिससे उन्हें दूध, खाद और अन्य कृषि उत्पाद मिलते हैं. गाय, भैंस और बकरी पालन ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए विशेष माना जाता है, क्योंकि यह ज्यादातर लोगों के लिए आय का मुख्य स्रोत है. बकरी पालन किसानों के लिए बहुत लाभदायक माना जाता है, किसान जरूरत के समय इन्हें बेचकर अपनी आर्थिक जरूरतों को पूरा कर सकते हैं. बकरियों को बाजार में आसानी से बेचा जा सकता है और अच्छी कीमत मिल सकती है. किसान कम लागत में बकरी पालन शुरू कर सकते हैं, इनके रख-रखाव और देखभाल में भी ज्यादा खर्च नहीं आता है. लेकिन अच्छी कमाई के लिए किसानों को सिर्फ अच्छी नस्ल की बकरियों का ही पालन करना चाहिए.

अच्छी नस्ल का चुनाव

बकरी पालन शुरू करने से पहले, अपनी जलवायु के अनुसार बकरियों का चुनाव करना चाहिए. ऐसी नस्ल की बकरी का चुनाव करें जो आपके क्षेत्र में आराम से रह सके, इससे पालन आसान हो जाता है और आपको किसी तरह का नुकसान नहीं उठाना पड़ता है. इसके अलावा, नस्ल का चुनाव करने से पहले, इस बारे में जानकारी लें कि बाजार में किस बकरी के मांस और दूध की ज्यादा मांग है. बकरी पालने से पहले स्थानीय बाजार में मांग, बकरी का वजन, उसकी दूध देने की क्षमता और उसके बच्चे देने की संख्या के बारे में किसानों को जानकारी होना जरूरी है.

उस्मानाबादी बकरी: दूध और मांस का बेहतरीन विकल्प

अगर आप भी बकरी पालने की सोच रहे हैं, तो उस्मानाबादी नस्ल की बकरी पालना आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है. इस नस्ल की बकरी पालकर आप अच्छी कमाई कर सकते हैं. उस्मानाबादी नस्ल की बकरी की दूध देने की क्षमता अच्छी होती है, यह देसी गाय के बराबर लगभग दूध दे सकती है. इस नस्ल की बकरी का वजन भी ज्यादा होता है, जिसके कारण आप इससे मांस का भी अच्छा उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं. उस्मानाबादी नस्ल की बकरी में प्रजनन दर बहुत अच्छी होती है, यह साल में दो बार दो बच्चों को जन्म देती है. यह नस्ल की बकरी बहुत तेजी से बढ़ती भी है.

उस्मानाबादी बकरी की खासियत

पहचान की बात करें तो उस्मानाबादी बकरी के फर का रंग मुख्य रूप से काला होता है, लेकिन कभी-कभी यह सफेद, भूरा और चित्तीदार भी पाया जाता है. इसके बाल छोटे और लंबे दोनों तरह के होते हैं, लेकिन जांघों और पीछे के हिस्सों में बालों की लंबाई ज्यादा होती है. इस नस्ल की बकरी का आकार लंबा और गोल होता है और इसके पैर भी अच्छी लंबाई के होते हैं. जन्म के समय इसके बच्चे का वजन लगभग 2.4 किलो होता है. यह नस्ल की बकरी एक दिन में 3 से 3.5 किलो तक दूध दे सकती है और एक दूध देने के चक्र में 170 से 180 किलो तक दूध उत्पादन कर सकती है.

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