Harda/संवाददाता मदन गौर – सरकार के तुगलकी फरमान से किसान परेशान है, किसानों को मूंग बेचे 6 दिन हो गए हैं, लेकिन बिल नहीं बन रहे हैं। अब किसान कृषि विभाग के चक्कर लगा रहा है। कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पोर्टल बन्द होने की वजह से ये परेशानी आई है। इस संबंध में उप-संचालक संजय यादव से चर्चा की, तो उन्होंने कहा है, ऐसे जो भी किसान हैं, जिनका मूंग तुल गया है और पोर्टल बन्द होने की वजह से बिल नहीं बना है, तो उन किसानों को कृषि विभाग में आवेदन देना पड़ेगा।
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उस आवेदन को विभाग द्वारा भोपाल एन.आई.सी. को भेजा जाएगा उसके बाद ही किसानों का बिल बन पाएगा या ऐसे भी किसान हैं, जिनके स्लाट बुक होने के बाद मूंग तुलाई की अंतिम तारीख निकल चुकी है, उन्हें भी ये आवेदन कृषि विभाग में देना पड़ेगा। एक तरफ तो समय बहुत कम बचा है, ऊपर से किसानों को अब विभाग के चक्कर लगाना पड़ेगा। आज कृषि विभाग में सैकड़ो किसान अपनी फसल जिन्होंने बेच दी है, वो बिल बनवाने के लिए आवेदन देने आए या जिनकी स्लाट की तारीख निकल गई वो डबल स्लाट बुक कराने आवेदन देने चक्कर लगा रहे हैं।
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किसान कांग्रेस सरकार एवं जिला प्रशासन से मांग करती है कि किसानों को परेशान करने की बजाय उनकी मूंग खरीदी सुचारु ढंग से करें, जो मैसेज भोपाल एन.आई.सी. से करने की बात कह रहे हैं, वो मैसेज व्यवस्था कृषि विभाग से होना चाहिए। पहले भी पिछले वर्षांे में ये मैसेज व्यवस्था कृषि विभाग के पास ही थी और खरीदी केन्द्र पर भी पिछले वर्ष स्लाट बुक हो रहे थे तो इस वर्ष ये नया फरमान कहाँ से आया कि स्लाट बुक के लिए भोपाल अवगत कराना पड़ेगा ? ये केवल किसानों को परेशान करने के आलावा और कुछ नहीं है। सरकार को खरीदी की तारीख भी बढ़ाकर 15 अगस्त करना चाहि