Harda: यह बजट जनहितैषी बजट नही हैं महंगाई जस की तस – ओम पटेल

By Karan Sharma

Published On:

Follow Us
Harda: यह बजट जनहितैषी बजट नही हैं महंगाई जस की तस - ओम पटेल

Harda/संवाददाता मदन गौर :- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार (23 जुलाई) को मोदी सरकार 3.O का पहला बजट पेश किया. जिस पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष ओम पटेल ने कहा कि बजट यह जनहितैषी बजट नही हैं कांग्रेस के घोषणा पत्र में सभी डिप्लोमा धारकों और स्नातकों के लिए प्रोग्रामेटिक गारंटी थी, जबकि सरकार की योजना में मनमाने ढंग से लक्ष्य (1 करोड़ इंटर्नशिप) रख दिया गया है।

यह भी पढ़िए :- शरीर की 206 हड्डियां बनाएगी फौलाद ये फसल बुढ़ापे को गायब कर आमंत्रित करेगी नयी जवानी कमाई की तगड़ी लाइन जाने नाम

ओम पटेल ने बताया कि किसानों के साथ अनुचित व्यवहार किया, बजट के माध्यम से केंद्र सरकार ने देश के किसानों के साथ अनुचित व्यवहार किया गया है. कृषि बजट – जो देश की अधिकांश आबादी को प्रभावित करता है – कुल बजट का केवल 3.15% है. यह 2019-2020 के 5.44% से भी कम है. यह तब हुआ है जब एक साल तक खराब मानसून के कारण कृषि विकास दर घटी हैं लेकिन बजट ने किसानो को भी निराश किया है.

यह भी पढ़िए :- उबड़-खाबड़ रास्तो पर एक बार फिर अपना जलवा बिखरने आयी Tata की छमिया धाकड़ लुक और स्मार्ट फीचर्स

वित्त मंत्रालय ने इस साल की शुरुआत में फसलों के लिए एमएसपी में वृद्धि का दावा किया था लेकिन कीमतें अभी भी स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश वाले फॉर्मूले के अनुरूप न होकर काफी कम हैं. एमएसपी को कानूनी दर्जा देने और कृषि ऋण माफी की मांग पर खामोशी बरती गई है. युवाओं महिलाओं के लिए कोई नई बात बजट में नही देखने को मिली हैं न ही महंगाई कम होने की बात कही गई हैं ।

You Might Also Like

Leave a comment