क्या आप हमेशा जवां रहने का सपना देखते हैं? भले ही उम्र का बढ़ना प्रकृति का नियम है, लेकिन हम सेहतमंद रहकर बुढ़ापे को थोड़ा धीमा कर सकते हैं. आज हम आपको हिमाचल के एक खास फल हिसालु के बारे में बता रहे हैं, जिसके कई फायदे हैं.
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हिसालु में पोषक तत्वों की भरमार होती है. यह विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है, जो इसे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाला बेहतrin फल बनाता है. माना जाता है कि हिसालु का इस्तेमाल पेशाब संबंधी रोगों और योनि स्राव जैसी समस्याओं में भी किया जाता है. साथ ही कई बीमारियों को दूर रखने में भी यह फल मदद करता है. इसका रस बुखार, पेट दर्द, खांसी और गले के दर्द में बहुत फायदेमंद होता है. हिसालु की छाल का इस्तेमाल तिब्बती दवा में भी किया जाता है, जिसके बारे में माना जाता है कि इसमें खुशबूदार और कामोत्तेजक गुण होते हैं.
अब जानते हैं हिसालु की खेती के बारे में. इसकी खेती बहुत आसान है. हिसालु के बीजों से इसकी खेती की जाती है. बीजों को नर्सरी में तैयार किया जाता है और फिर खेत में लगाया जाता है. हालांकि, फल आने में थोड़ा समय लगता है, कम से कम 2 साल का वक्त तो लग ही जाता है.
कमाई का जरिया बन सकता है हिसालु
बाजार में इसकी मांग बढ़ रही है, इसलिए इसकी अच्छी कीमत मिल सकती है. इसकी खेती करके आप अच्छी कमाई कर सकते हैं. नैनीताल जैसे इलाकों से हिसालु खरीदकर आप उसे अच्छी कीमतों पर बेच सकते हैं और अच्छी कमाई कर सकते हैं.