काली मिर्च की खेती अब छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पंजाब हरियाणा यानी उत्तर भारत के कई राज्यों में की जा सकती है। यह जानकर आपको आश्चर्य होगा कि अब तक यह माना जाता था कि केवल दक्षिण भारत के राज्यों जैसे केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, पुदुचेरी आदि में ही काली मिर्च की खेती की जा सकती है. लेकिन अब उत्तर भारत के किसान भी काली मिर्च की खेती कर रहे हैं और उन्हें इसमें सफलता मिल रही है. आइए जानते हैं काली मिर्च की खेती से होने वाली आय और इसकी खेती कैसे करें.
यह भी पढ़िए :- इस बिजनेस की कमाई के आगे सब धंधे है फ़ैल कम दिनों में करोडो के मुनाफे का जरिया है इस नस्ल की बकरी का पालन
एक एकड़ से काली मिर्च की खेती से 10 से 15 लाख रुपये तक की कमाई की जा सकती है. वो भी सिर्फ एक बार खेती करने पर 25 से 30 साल तक आपको इससे पैदावार मिलती रहेगी. यानी यह लंबे समय तक कमाई का जरिया बन जाएगा. मिली जानकारी के अनुसार एक पौधे से 2 से 3 किलो काली मिर्च निकलती है. जिस कारण एक पौधे से 1000 – ₹ 1500 की कमाई हो रही है और एक एकड़ में 900-1200 पौधे लगाए जा सकते हैं. इस तरह आप इसकी आमदनी का अंदाजा लगा सकते हैं. अब जानते हैं कि काली मिर्च की खेती कैसे करें.
जलवायु: काली मिर्च की खेती के लिए सामान्यतः 10 डिग्री से 40 डिग्री सेल्सियस तक का तापमान अच्छा माना जाता है. लेकिन अब राजस्थान में भी इसकी सफलतापूर्वक खेती की जा चुकी है. जहां वहां का तापमान 47 डिग्री से 48 डिग्री सेल्सियस तक चला जाता था.
बारिश की बात करें तो 200 सेंटीमीटर तक बारिश उपयुक्त मानी जाती है.
मिट्टी का pH मान: इसकी खेती के लिए जमीन की pH मान की बात करें तो 5 से 6.5 pH मान अच्छा होता है. वहीं सभी तरह की मिट्टी का उपयोग किया जाता है. आइए जानते हैं काली मिर्च की अच्छी किस्में.
बता दें कि काली मिर्च की किस्मों की बात करें तो पणियूर 1 किस्म की पैदावार क्षमता 1240 किग्रा प्रति हेक्टेयर है. पणियूर 2 की पैदावार क्षमता 2600 किग्रा प्रति हेक्टेयर है. पणियूर 3 की पैदावार क्षमता 1950 प्रति हेक्टेयर है. पणियूर 4 1270 प्रति हेक्टेयर, पणियूर फाइव 1100 और शुभकरा किस्म 2350, श्रीकर किस्म 2680, पंचमी 2800, पूर्णिमा 2300 इनमें से आप कोई भी किस्म चुनकर इसकी खेती कर सकते हैं.
किस महीने में करें खेती: मार्च-अप्रैल महीने में इसकी कटिंग को ग्राफ्टिंग विधि से लगा सकते हैं और जुलाई से अक्टूबर महीने के बीच इसके पौधे खेतों में लगा सकते हैं.
यह भी पढ़िए :- Innova को पानी पिला देगा Maruti की प्रीमियम MPV का कर्रा लुक ब्रांडेड डिजाइन में गेट से उतरते ही लगोगे शहंशाह
खेती करने का तरीका: जैसा कि आपने अंगूर की खेती देखी होगी, उसी तरह से इस पौधे को चढ़ने के लिए एक खंभे या पोल की मदद से बनाया जाता है. इस तरह से आप इसकी खेती भी कर सकते हैं. या फिर आप पेड़ों की मदद से इसकी पौध उगाकर इसकी खेती कर सकते हैं. बीजों से भी काली मिर्च की खेती की जा सकती है. लेकिन ग्राफ्टिंग विधि को बेहतर माना जाता है. आप काली मिर्च के ग्राफ्ट नर्सरी से या फिर इसकी खेती करने वाले किसानों से प्राप्त कर सकते हैं.