क्या आपने कभी किसी ऐसे फल के बारे में सुना है जो आपको जवां दिखा सकता है? जी हां, लोहिया का फल (करोंदा) ऐसे ही फलों में से एक है। यह फल न सिर्फ खाने में स्वादिष्ट होता है बल्कि कई बीमारियों को दूर रखने में भी मदद करता है।
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इस छोटे से फल के बारे में जानना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।
लोहिया फल (करोंदा) के फायदे
लोहिया के फल के बारे में कुछ रोचक बातें जानकर आप हैरान रह जाएंगे। आइए जानें इसके फायदों के बारे में:
- पाचन क्रिया को बेहतर बनाए: करोंदा में पाया जाने वाला घुलनशील फाइबर पेट की परत को चिकना करता है, जिससे पाचन क्रिया में सुधार होता है।
- रक्तचाप को नियंत्रित करे: यह फल रक्तचाप को नियंत्रित करने में भी मदद करता है।
- ज्वर से राहत: बुखार होने पर भी करोंदा का सेवन फायदेमंद होता है।
- वजन घटाने में कारगर: अगर आप वजन कम करना चाहते हैं तो लोहिया का फल आपके लिए अच्छा विकल्प हो सकता है।
लोहिया की खेती
अगर आप सोच रहे हैं कि लोहिया की खेती कैसे की जाती है तो ये भी जान लीजिए:
लोहिया के पौधे को बीजों से तैयार किया जाता है। इसके लिए पके फलों से बीज निकालकर उन्हें नर्सरी में बोया जाता है। 65 से 70 दिन पुराने पौधों को फिर खेत में रोपाई के लिए तैयार किया जाता है। करोंदा का पौधा लगाने का सबसे अच्छा समय जुलाई और अगस्त का महीना होता है। रोपाई के 6 से 7 साल बाद इसमें फल लगना शुरू हो जाते हैं।
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कमाई का जरिया
बाजार में लोहिया के फलों की काफी डिमांड रहती है। इसकी खेती करके आप अच्छी कमाई कर सकते हैं। एक एकड़ में भी इसकी खेती करने से 3 से 4 लाख रुपये तक का मुनाफा हो सकता है।