किसान मित्रों, मक्का एक ऐसी फसल है, जिसे पूरे साल बोया जा सकता है. भारत के लगभग सभी हिस्सों में इसकी खेती की जाती है. आजकल बाजार में मक्के के भी काफी अच्छे दाम मिल रहे हैं. साथ ही, मक्के से इथेनॉल बनता है, जिसकी बाजार में बहुत मांग है और इसका प्रयोग पेट्रोल में मिलावट के लिए किया जाता है. इसलिए, बाजार में मक्के की मांग बढ़ रही है और किसानों का रुझान भी इसकी तरफ बढ़ रहा है.
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आज हम आपको मक्के की 3 ऐसी किस्मों के बारे में बताएंगे, जिन्हें आप 2024 में बोकर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.
उच्च पैदावार देने वाली मक्के की किस्में
बाजार में आपको कई कंपनियों के हाइब्रिड मक्के के बीज मिल जाएंगे. इनमें से कुछ प्रमुख कंपनियां हैं – पायनियर सीड्स (Pioneer Seeds), सिजेन्टा सीड्स (Syngenta Seeds), बायर सीड्स (Bayer Seeds), अडवांटा सीड्स (Advanta Seeds) और धनिया सीड्स (Dhanya Seeds). ये कंपनियां किसानों को बेहतरीन किस्मों के बीज मुहैया कराती हैं, जो अधिक पैदावार देती हैं.
आइए, अब जानते हैं ऐसी ही 3 किस्मों के बारे में, जिन्हें आप फरवरी और मार्च के महीने में बो सकते हैं:
पी-1899 (P-1899):
यह पायनियर सीड्स की एक हाइब्रिड किस्म है, जो किसानों द्वारा बहुत पसंद की जाती है.
इस किस्म की खास बात यह है कि एक पौधे में आसानी से दो भुट्टे लग जाते हैं, और दोनों ही दानों से पूरी तरह भरे होते हैं.
इसके अलावा, इस किस्म का तना बहुत मजबूत होता है, जो गिरने से बचाता है.
पी-1899 मक्का की खेती करने में 90 से 100 दिन का समय लगता है.
डेक्लब-9208 (Dekalb-9208):
डेक्लब-9208, बायर क्रॉप साइंस की ओर से बनाई गई एक हाइब्रिड किस्म है.
यह किस्म अधिक पैदावार देने की क्षमता रखती है.
इस पौधे पर एक जैसे आकार के भुट्टे लगते हैं.
इसके दानों का रंग नारंगी होता है.
डेक्लब-9208 की खेती खरीफ और रबी दोनों मौसम में की जा सकती है.
इसकी औसत पैदावार 40 से 45 क्विंटल प्रति एकड़ तक होती है.
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एडीवी-759 (ADV-759):
एडीवी-759 मक्के की खेती के लिए सबसे अच्छी किस्म है, खासकर भारी और संפק्त (संפק्त is not a Hindi word, likely a typo. We can replace it with “जमीन”) वाली जमीन के लिए.
इसकी खेती खरीफ और रबी दोनों मौसम में की जा सकती है, लेकिन खरीफ के लिए ज्यादा उपयुक्त है.
इस किस्म के दानेदार पूरी तरह से दानों से भरे होते हैं, और दानों का प्रतिशत भी अन्य किस्मों के मुकाबले ज्यादा होता है.
खरीफ सीजन में एडीवी-759 मक्का 115 से 120 दिन में पककर तैयार हो जाती है, वहीं रबी सीजन में इसकी कटाई के लिए 135 से 140 दिन का समय लगता है.