मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के तुरंत बाद चंद्रबाबू नायडू एक्शन मोड में आ गए हैं। वे जनता के हित में तेजी से फैसले ले रहे हैं। सोमवार को उन्होंने अमरावती के मंगलगिरी विधानसभा क्षेत्र के पेणमाका गांव में एनटीआर भरोसा पेंशन योजना की शुरुआत की। इस योजना की शुरुआत उन्होंने एक परिवार को व्यक्तिगत रूप से राशि सौंपकर की। खास बात यह है कि सीएम चंद्रबाबू नायडू ने चुनाव से पहले पेंशन राशि बढ़ाने का वादा भी किया था। अपने वादे के अनुसार, उन्होंने पेंशन को ₹3,000 से बढ़ाकर ₹4,000 कर दिया है। यानी अब आर्थिक रूप से गरीब लोगों को ₹4,000 पेंशन मिलेगी। इस योजना के तहत राज्यभर के 65.31 लाख लाभार्थियों को कुल ₹4,408 करोड़ पेंशन के रूप में वितरित किए जाएंगे।
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एनटीआर भरोसा पेंशन योजना का शुभारंभ
न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, मुख्यमंत्री ने पेणमाका गांव की एसटी कॉलोनी में रहने वाले इस्लावथ साई और उनके परिवार को सहायता प्रदान की। साई, उनके पिता बनावथ पमुल्यनायक और मां बनावथ सीता सभी दैनिक मजदूरी करने वाले हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने एनटीआर भरोसा पेंशन योजना को ऐतिहासिक बताया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने लोगों की आर्थिक सहायता के लिए यह योजना शुरू की है। उन्होंने कहा कि मेरा अंतिम लक्ष्य आंध्र प्रदेश को गरीबी मुक्त बनाना है।
₹4,408 करोड़ का वितरण
सीएम चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि पिछली सरकार ने दुर्भावना से वृद्ध और बीमार लोगों को तेज धूप में सचिवालय में जाकर पेंशन प्राप्त करने के लिए मजबूर किया था। इस निर्णय ने 33 निर्दोष लोगों की जान ले ली थी। उन्होंने कहा कि 1.2 लाख सचिवालय कर्मचारी राज्यभर के 65.31 लाख लाभार्थियों को कुल ₹4,408 करोड़ वितरित करेंगे। सीएम ने कहा कि यह पेंशन योजना टीडीपी के संस्थापक और पूर्व सीएम एनटी रामा राव द्वारा ₹35 प्रति माह की प्रारंभिक राशि से शुरू की गई थी। उन्होंने कहा कि टीडीपी के सत्ता में रहते हुए यह राशि ₹75, ₹200, ₹1,000 और फिर 2014-19 के दौरान ₹2,000 तक बढ़ाई गई थी। अब उनकी सरकार ने पेंशन को ₹3,000 से बढ़ाकर ₹4,000 कर दिया है।
5 साल के लिए इतनी करोड़ खर्च होगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि पेंशन पर खर्च होने वाली कुल राशि प्रति वर्ष ₹33,100 करोड़ और पांच वर्षों के लिए ₹1.65 लाख करोड़ होने का अनुमान है, जो पिछली वाईएसआरसी सरकार द्वारा खर्च की गई राशि से काफी अधिक है। उन्होंने कहा कि यह लोगों से किए गए वादों को पूरा करने और आर्थिक असमानताओं को दूर करने की दिशा में हमारा पहला कदम है।
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विकलांगों को ₹6,000 मिलेंगे
सीएम चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि अब बुजुर्गों, विधवाओं, एकल महिलाओं, हथकरघा श्रमिकों, ताड़ी टेपर्स, मछुआरों, ट्रांसजेंडरों और कलाकारों को प्रति माह ₹4,000 मिलेंगे, जबकि विकलांगों को ₹6,000 मिलेंगे। वहीं, गंभीर बीमारियों से पीड़ित और बिस्तर पर पड़े 24,318 लाभार्थियों को ₹15,000 पेंशन मिलेगी। जबकि पहले यह राशि ₹5,000 थी। उन्होंने कहा कि इससे खजाने पर प्रति माह अतिरिक्त ₹819 करोड़ का बोझ पड़ेगा।