Pandhurna/गुड्डू कावले पांढुरना:- शहर के लिंगायत समुदाय के लोगो ने जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर लिंगायत मठ उर्फ गणपति मठ के शिवाचार्य मुनि पर सामाजिक गतिविधियों में सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया है।मिली जानकारी के अनुसार लिंगायत समुदाय के लोगो ने जिला कलेक्टर अजय देव शर्मा को ज्ञापन सौंपा और ज्ञापन के माध्यम से बताया शहर के मध्य भाग गुजरी चौक में लिंगायत समुदाय का 500 वर्ष पुराना विश्व प्रसिद्ध तीर्थ स्थल वीर शवलिंगायत मठ उर्फ गणपति मठ है।
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इस मठ में वर्ष 1994 में एक महाराज की नियुक्ति की थी। मठ में कुछ समाज की बर्तन सामग्री में पीतल, कांसा, तांबे के बड़े-बड़े बर्तन, सोने चांदी के क्षत्र एवं चांदी तथा सोने के शंख जैसे आभूषण महाराज को सुरक्षित रखने सौपे गए थे।साथ ही लगभग 55 एकड़ कृषि भूमि समिलित थी।
इस कृषि भूमि का कुछ हिस्सा रेलवे ने अधिग्रहित किया जिसकी मुआवजा राशि मिली थी। यह राशि और प्रतिवर्ष अन्य कृषि भूमि से होने वाली लाखो की राशि महाराज के पास है।
लिंगायत समुदाय के लोगो आय व्यय का हिसाब मांगा तो महाराज हिसाब नही दे रहे है।इस संबंध समाज के लोगों बैंक से जानकारी ली तो पता चला है कि महाराज ने अपने साथी के साथ मिलकर अधिग्रहित कृषि भूमि की मुआवजा राशि लगभग 29 लाख रुपए बैंक से निकाल ली है।इसके अलावा मठ में कई विषयों में अनियमित बरती गई है। मठ के संचालन के लेखा जोखा और मठ की संपति की पूर्ण जानकारी देने और सबंधित अन्य मामलो में महाराज द्वारा की गई अनियमिताओं के चलते लिंगायत समुदाय के लोगो आहत है।इस सम्पूर्ण मामले की जांच पड़ताल कर अवशक कार्यवाही करने की मांग की है।