इस सावन चढ़ाये भोलेनाथ जी को ये फूल अगर नहीं लग रहे पौधे में तो आजमा ले ये टिप्स फूलो से लद जायेगा पौधा

हरसिंगार या पारिजात का फूल बेहद सुगंधित होता है और इसके कई औषधीय गुण भी हैं। इस पौधे पर सितंबर महीने से फूल खिलना शुरू हो जाते हैं और दिवाली तक यह फूलों से लदा रहता है। मान्यता है कि यह फूल पितृ पक्ष की शुरुआत में खिलता है।

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इसके फूल सफेद और नारंगी रंग के होते हैं। हालांकि फूल आने में अभी एक महीना बाकी है, लेकिन आपको कुछ टिप्स और ट्रिक्स को फॉलो करना होगा ताकि यह सीजन में खूब फूल दे। आज के लेख में हम आपको पारिजात के पौधे पर ज्यादा फूल लाने के कुछ टिप्स बताएंगे।

जलभराव का रखें ध्यान

अभी मानसून का मौसम चल रहा है। आपको ध्यान रखना है कि आपके पारिजात में जलभराव न हो। अगर जलभराव की स्थिति बन गई है तो इसे दूर करें। नहीं तो आपका पौधा सड़ जाएगा। अगर आप इस पर सीजन में फूल चाहते हैं तो पानी का विशेष ध्यान रखें।

नियमित रूप से करें सिंचाई

अगर मानसून का मौसम चल रहा है तो पौधे को कम पानी की जरूरत होती है। अगर बारिश हो रही है तो पानी न दें। अगर लंबे समय से बारिश नहीं हुई है और गमले की मिट्टी सूख गई है तो पानी देना जरूरी है।

पारिजात के लिए खाद

किसी भी पौधे का बेहतर विकास उसके दिए गए पोषण पर निर्भर करता है। आपको पारिजात में ऑर्गेनिक कंपोस्ट का इस्तेमाल करना चाहिए। शाखाओं पर ढेर सारी कलियां आएं, इसलिए इसमें अभी से कंपोस्ट डाल दें। आप इसमें गोबर की खाद, समुद्री शैवाल, वर्मीकंपोस्ट, नीम की खली आदि डाल सकते हैं। आप सूखी चाय की पत्तियां या एनपीके खाद का इस्तेमाल कर सकते हैं।

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पारिजात के पौधे की अन्य देखभाल

  • पौधे से सूखे पत्तों या टहनियों को हटाते रहें।
  • पत्तों पर जमी धूल को साफ करते रहें।
  • अगर पौधों पर कीड़ों का खतरा है तो सावधानी बरतें।
  • नीम का तेल स्प्रे कर सकते हैं।
  • पौधे की गुड़ाई जरूरी है।
  • गुड़ाई के बाद मिट्टी में आप रेत मिला सकते हैं।
  • गुड़ाई से पौधे की जड़ों को ऑक्सीजन मिलती है।

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