आज हम आपको एक ऐसी फसल के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसकी खेती करने से किसानों को जंगली जानवरों से फसलों की रखवाली नहीं करनी पड़ेगी. दरअसल, ये पौधे ऐसे होते हैं कि जानवर उन्हें छूने के बजाय भाग जाते हैं. लेकिन इसकी खेती के और भी कई फायदे हैं. इसमें किसी तरह की बीमारी भी नहीं लगती. उत्तर प्रदेश के कई किसान हैं जो इसकी खेती करके लखपति बन चुके हैं. तो चलिए जानते हैं ये कौनसी खेती है, जिससे किसानों को तो मुनाफा होता ही है, साथ ही खेतों में जंगली जानवर भी नहीं घूमते.
यह भी पढ़िए :- CNG बाइक की बराबरी एक झटके में करेगी Bajaj की माइलेज रानी किफायती कीमत में धाकड़ फीचर्स
पुदीने की खेती में है कमाई, जानवर भी रहते हैं दूर
दरअसल, हम बात कर रहे हैं पुदीने की खेती की, जिसे पेपरमिंट भी कहा जाता है और ये पुदीना परिवार से आता है. इसकी गंध इतनी तेज होती है कि आवारा या जंगली जानवर इससे दूर ही रहते हैं. इसलिए, अगर आप आवारा जानवरों के आतंक से परेशान हैं, तो इसकी खेती कर सकते हैं. बाजार में इसकी अच्छी डिमांड रहती है. जिस वजह से इसका अच्छा दाम भी मिल जाता है. इससे सुगंधित तेल बनाया जाता है. इसका इस्तेमाल कई तरह की दवाइयां बनाने में किया जाता है. इतना ही नहीं, माउथ फ्रेशनर बनाने वाली कंपनियां भी इसकी मांग करती हैं. ये सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है. आइए जानते हैं इसकी खेती कैसे की जाती है.
पुदीने की खेती कैसे करें
पुदीने की खेती करने में किसानों को सिर्फ फायदा ही होता है, इसे लगाना भी बहुत आसान है. बता दें कि इसके पौधों की कटाई करके इसकी नर्सरी तैयार की जाती है, और फिर उसे मिट्टी में लगाया जाता है. पुदीने की खेती के लिए दोमट मिट्टी के साथ-साथ चिकनी दोमट मिट्टी भी अच्छी होती है. जिसमें मिट्टी की अम्लता का मान (pH) 6 से 7.5 के बीच होना बेहतर रहता है.
यह भी पढ़िए :- 5 लाख में Thar खरीदने का सपना ऐसे होगा पूरा लाजवाब फीचर्स और तगड़े सेगमेंट के साथ देखे कंडीशन
साथ ही आपको बता दें कि पुदीने की खेती ऐसी जमीन में करनी चाहिए जहां पानी निकलने की अच्छी व्यवस्था हो, यानी पानी जमा न हो. इसके लिए आपको रोपण से पहले खेत की अच्छी तरह से जुताई करनी चाहिए और जमीन को समतल बनाना चाहिए. फिर 90 दिनों के अंदर ही फसल तैयार हो जाती है. पानी की बात करें तो हफ्ते में एक बार सिंचाई की जा सकती है.