सफेद करेला एक ऐसा सब्जी है जो सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है। इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन और मिनरल्स पाए जाते हैं जो सेहत के लिए रामबाण हैं। इसकी खेती कम लागत में की जा सकती है और मुनाफा काफी अच्छा मिलता है। आइए जानते हैं कैसे करें सफेद करेले की खेती और कितना होता है मुनाफा।
सफेद करेले की खेती के लिए सही समय
सफेद करेले की खेती मुख्य रूप से दो मौसमों में की जाती है। पहला गर्मी का मौसम, जिसमें जनवरी से मार्च तक बीज बोए जाते हैं। दूसरा बारिश का मौसम, जिसमें जून से जुलाई तक बीज बोए जाते हैं। इस फसल के लिए उपयुक्त तापमान 25 से 35 डिग्री सेल्सियस होता है।
सफेद करेले की खेती की विधि
सफेद करेले की खेती के लिए अच्छी जल निकासी वाली बलुई दोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है। बीज बोने से पहले मिट्टी की पीएच वैल्यू 6.5 से 7.5 के बीच होनी चाहिए। बीजों को पौधशाला में उपचारित करके बोना चाहिए। मुख्य खेत में पौधे लगाने की दूरी 120 x 90 सेंटीमीटर रखें। बीजों को 2.5 से 3 सेंटीमीटर की गहराई पर बोएं। खेत में खरपतवार नियंत्रण और गुड़ाई के लिए हफ्ते में 2-3 बार ध्यान दें।
सफेद करेले की पैदावार और मुनाफा
सफेद करेले की कई उन्नत किस्में उपलब्ध हैं, जिनमें से इश्वेद 452 किस्म काफी उत्पादन देने वाली है। इस फसल को बोने के लगभग 50-60 दिनों बाद इसकी तुड़ाई की जा सकती है। सफेद करेले की मांग बाजार में काफी अधिक होती है। इसकी कीमत 70 से 100 रुपये प्रति किलो तक मिल जाती है। विदेशों में भी इसकी अच्छी मांग है, जिससे कीमतें और भी अधिक मिल सकती हैं। एक एकड़ में अच्छी पैदावार लेकर आप लाखों रुपये का मुनाफा कमा सकते हैं।