किसानों को यह फसल कुछ दिनों मे ही बना देंगी फकिरचंद से अमीरचंद देखे खेती करने का आसान तरीका

By pradeshtak.in

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किसानों को यह फसल कुछ दिनों मे ही बना देंगी फकिरचंद से अमीरचंद देखे खेती करने का आसान तरीका हमारे देश भारत में किसान विभिन्न मौसम और जलवायु के अनुसार अलग-अलग फसलों, फलों और सब्जियों की खेती करते हैं. इनमें से शकरकंद की खेती भी एक मुनाफे वाली अच्छी फसल है, जो सब्जी की श्रेणी में आती है.

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शकरकंद दिखने में तो आलू की तरह होते हैं, लेकिन इनमें आलू के मुकाबले ज्यादा स्टार्च और मिठास होती है. इनके अलावा, विटामिन भी इनमें अच्छी मात्रा में मौजूद होते हैं. इनका सेवन करने से सेहत को भी कई फायदे मिलते हैं. साथ ही, बाजार में इनकी डिमांड भी काफी रहती है. जब महादेव का पर्व यानि शिवरात्रि आता है, तो उस समय बाजार में शकरकंद की डिमांड काफी बढ़ जाती है और इनके दाम भी अच्छे मिलते हैं. तब किसानों को अच्छी कमाई करने का और बंपर मुनाफा कमाने का मौका मिल जाता है.

शकरकंद की खेती का समय

अगर कोई भी किसान किसी भी फसल से अच्छी आमदनी और ज्यादा पैदावार लेना चाहता है, तो उसे जो भी फसल लेनी है, उसकी बुवाई कब और कैसे करनी है, इसकी सही जानकारी होनी चाहिए, नहीं तो उत्पादन भी कम हो जाता है. कमाई भी कम हो जाती है, लिहाजा किसान को काफी नुकसान होता है.

आमतौर पर किसान शकरकंद की खेती कभी भी कर सकते हैं, लेकिन अच्छी ग्रोथ और ज्यादा पैदावार लेने के लिए इस फसल की खेती आप बारिश के दिनों में या फिर गर्मियों के दिनों में करें. इनको लगाने के लिए आपको इनकी नर्सरी तैयार करनी होती है और बाद में इन पौधों को जून या अगस्त के महीने में लगाया जाता है. इनके अलावा, आप दिसंबर के महीने में या जनवरी के महीने में भी इन पौधों को लगा सकते हैं.

शकरकंद कैसा होता है?

हमारे देश भारत में बहुत से लोग शकरकंद को शकरिया के नाम से भी जानते हैं. लेकिन ये ज्यादातर सर्दियों के मौसम में बाजार में देखने को मिलती है. शकरकंद की कई अलग-अलग किस्में होती हैं जो लाल, बैंगनी, पीली, सफेद आदि रंगों की होती हैं. इनका इस्तेमाल सब्जी बनाने में काफी किया जाता है और आप इन्हें सीधे भी खा सकते हैं.

शकरकंद की खेती की जानकारी

शकरकंद की खेती करने के लिए खेत को अच्छी तरह से तैयार करना होता है. इसमें आपको खेत की दो से तीन बार गहरी जुताई करनी चाहिए. बाद में प्रति हेक्टेयर 13 से 15 टन अच्छी तरह से सड़ी हुई गोबर की खाद को रोटावेटर की सहायता से मिट्टी में अच्छी तरह मिलाना होता है. फिर आप क्यारी तैयार कर लें और इस क्यारी में आपको नर्सरी से शकरकंद के पौधे खरीदकर लगाने होते हैं.

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शकरकंद की अच्छी ग्रोथ और ज्यादा पैदावार लेने के लिए आपको Med विधि का इस्तेमाल करके अच्छी जल निकास वाली दोमट मिट्टी या चिकनी मिट्टी में पौधा लगाना चाहिए. और अगर हम मिट्टी की pH मान की बात करें, तो ये 5.5 से 6.5 के बीच अच्छी मानी जाती है. और जलवायु की बात करें तो समशीतोष्ण और उपोष्ण जलवायु सबसे अच्छी मानी जाती है. और 20℃ से 28℃ तक का तापमान अच्छा माना जाता है. इससे ज्यादा तापमान होने पर लता और कंद दोनों ही खराब हो सकते हैं.

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