Guna/संवाददाता राजेश मीणा : 15 जुलाई को वंदना कॉन्वेंट स्कूल में एक छात्र को हिंदी में भाषण देने से रोके जाने का मामला तूल पकड़ गया है। सोमवार को इस घटना के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने स्कूल परिसर में प्रदर्शन किया। सनातन धर्म और हिंदी भाषा के अपमान का आरोप लगाते हुए एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने हंगामा मचाया। लगभग 3 घंटे तक चले इस हंगामे के बाद राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के हस्तक्षेप पर वंदना कॉन्वेंट की प्राचार्य सिस्टर कैथरीन के खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है।
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एबीवीपी का आरोप:
एबीवीपी का आरोप है कि वंदना कॉन्वेंट स्कूल में अंग्रेजी भाषा को महत्व देने के नाम पर हिंदी भाषा का अपमान किया जा रहा है। 15 जुलाई को स्कूल में आयोजित एक कार्यक्रम में एक छात्र द्वारा हिंदी में श्लोक पढ़ने और वक्तव्य देने पर उसे रोक दिया गया था। इस घटना से आक्रोशित एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने सोमवार को स्कूल परिसर में प्रदर्शन किया और प्राचार्य पर कार्रवाई की मांग की।
प्राचार्य का माफीनामा:
हंगामे के बढ़ने पर स्कूल की प्राचार्य सिस्टर कैथरीन ने सामने आकर माफी मांगी। उन्होंने कहा कि उनकी मंशा किसी भी धर्म या भाषा का अपमान करने की नहीं थी। उन्होंने छात्रों और एबीवीपी कार्यकर्ताओं से क्षमा मांगी।
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एफआईआर दर्ज:
मामला शांत होने के बाद भी एबीवीपी कार्यकर्ता प्रदर्शन जारी रखे हुए थे। राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के हस्तक्षेप के बाद आखिरकार पुलिस ने वंदना कॉन्वेंट स्कूल की प्राचार्य सिस्टर कैथरीन के खिलाफ FIR दर्ज कर ली।
यह घटना शिक्षा संस्थानों में छात्रों के धार्मिक और भाषाई अधिकारों को लेकर एक गंभीर सवाल खड़ा करती है।