Aloe Vera Business: ऐलोवेरा की खेती, ऐलोवेरा प्लांट लगाकर कर सकते लाखों की कमाई।
एलोवेरा की खेती कब और कैसे की जाती है? (Aloe Vera Farming)
एलोवेरा की खेती के लिए सबसे अच्छा समय जुलाई-अगस्त है। एलोवेरा की खेती सर्दियों को छोड़कर पूरे साल भर की जा सकती है। सर्दियों में एलोवेरा की ग्रोथ धीमी हो जाती है। एलोवेरा के बीज नहीं लगाए जाते हैं, बल्कि एक पौधा लगाया जाता है, जो 6-8 इंच लंबा होता है। एक एकड़ खेत में करीब 6-8 हजार पौधे रोपे जाते हैं।
कितना उत्पादन, कितना लाभ?
एक एकड़ खेत से हर साल करीब 15-18 टन एलोवेरा के पत्ते मिलते हैं। इन्हें आयुर्वेदिक दवाएं बनाने वाली कंपनियों या सौंदर्य प्रसाधन बनाने वाली कंपनियों को बेचा जा सकता है। इसके पत्तों की कीमत 15 हजार से 25 हजार रुपये प्रति टन तक होती है। मान लीजिए कि पहले साल में आपका उत्पादन 15 टन होता है, जो औसतन 20 हजार रुपये प्रति टन की दर से बिकता है। यानी पहले साल में आप एलोवेरा की खेती से करीब 3 लाख रुपए कमाएंगे, जिसमें आपका खर्च सिर्फ 80 हजार रुपए था। अगले साल पैदावार बढ़ती है और उत्पादन 20-22 टन तक जा सकता है। यानी अगले साल आप 4 लाख रुपये से ज्यादा कमाएंगे, जबकि खर्चा घटकर 50 हजार रुपये रह जाएगा। यानी पहले ही साल में आपको लगभग 4 गुना प्रॉफिट होगा और अगले साल प्रॉफिट 8 गुना तक बढ़ सकता है।
Aloe Vera Processing Plant
एलोवेरा को प्रोसेस करके ज्यादा पैसे कमाएं और अगर आप एलोवेरा का प्रोसेसिंग प्लांट लगाएंगे तो आपकी कमाई और भी ज्यादा बढ़ जाएगी। हालांकि, इसके लिए आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि आपके पास एलोवेरा की भरपूर मात्रा हो। या फिर आप अपने साथी किसानों से एलोवेरा खरीद सकते हैं। आप एलोवेरा के गूदे को प्रोसेसिंग प्लांट से अलग करके उसका जूस बनाकर बेच सकते हैं। इसकी कीमत आपको 3-5 लाख रुपये तक लग सकती है, क्योंकि प्रोसेसिंग के लिए आपको मशीनें लगानी होंगी। आप चाहें तो हैंड वाश सोप, एलोवेरा जूस, जेल, शैंपू आदि बनाने का बिजनेस भी शुरू कर सकते हैं।
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