क्या आप जानते हैं, भारत में एक ऐसी भैंस की नस्ल है जिसे पालकर आप रातोंरात राजा बन सकते हैं? जी हां, भदावरी भैंस की खासियत यही है कि ये दूध देने में अव्वल मानी जाती है. तो चलिए आज हम आपको इस खास नस्ल के बारे में विस्तार से बताते हैं.
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भदावरी भैंस उत्तर प्रदेश के आगरा और इटावा जिलों तथा मध्य प्रदेश के भिंड और ग्वालियर जिलों में पाई जाती है. इनका नाम उनके मूल स्थान भदावर राज्य के नाम पर ही पड़ा.
भैंस है की दूध की गंगा एक दिन का दे रही 35 लीटर काका की खोल दी किस्मत काजू खिलाने को है तैयार
भदावरी भैंस का आकार मध्यम होता है और इनका वजन भी ज्यादा नहीं होता. यही वजह है कि गरीब पशुपालक भी इन्हें आसानी से पाल सकते हैं. ये कम जगह में रह सकती हैं और कम खाने में भी अच्छी खासी मात्रा में दूध देती हैं.
भदावरी भैंस की खासियत यह है कि ये हर तरह के मौसम में रह सकती है. इन्हें किसी खास तरह के भोजन की जरूरत नहीं होती और ये कम खाने में भी 15 से 20 लीटर तक दूध रोजाना दे सकती हैं. साथ ही इनमें रोग प्रतिरोधक क्षमता भी काफी अच्छी होती है.
हालांकि यह दावा किया जाता है कि भदावरी भैंस 30 से 35 लीटर तक दूध दे सकती है, लेकिन आमतौर पर इनका दूध उत्पादन 15 से 20 लीटर के बीच ही होता है. फिर भी, यह मात्रा भी काफी अच्छी मानी जाती है, खासकर कम खाने और कम जगह में रहने वाली भैंस के लिए.
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अगर आप डेयरी का काम शुरू करना चाहते हैं और एक लाभदायक नस्ल की तलाश में हैं, तो भदावरी भैंस आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकती है. बस ध्यान रहे कि इन्हें रहने के लिए हवादार जगह दें और साथ ही इनके खाने-पीने का भी उचित प्रबंध करें.