जन्माष्टमी के दिन श्री कृष्ण जी को लगाना होगा इन चीजों का भोग, मनोकामनाएं होगी पूरी .भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को जन्माष्टमी का पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। भगवान श्री कृष्ण का जन्म रोहिणी नक्षत्र में आधी रात को हुआ था। इस बार जन्माष्टमी 26 अगस्त सोमवार के दिन मनाई जाएँगी। इस दिन भगवान श्री कृष्ण को विभिन्न प्रकार के भोग लगाए जाते हैं , जिससे श्री कृष्ण भगवान जी प्रसन्न होते हैं।
पंजीरी
जन्माष्टमी के दिन भगवान श्री कृष्ण को पंजीरी का भोग लगाना एक बहुत ही महत्वपूर्ण और शुभ परंपरा है। श्री कृष्ण को धनिया पंजीरी बहुत पसंद थी। जन्माष्टमी का पर्व पंजीरी के भोग के बिना अधूरा माना जाता है। पंजीरी श्री कृष्ण जी को बहुत प्रिय है। इसे भोग लगाने से श्री कृष्ण भगवान जी प्रसन्न होते हैं।
माखन-मिश्री
जन्माष्टमी के दिन भगवान श्री कृष्ण को माखन-मिश्री का भोग लगाने का विशेष महत्व है। भगवान श्री कृष्ण को बचपन से ही माखन खाने का बहुत शौक था। उनकी माता यशोदा उन्हें माखन खिलाया करती थीं। इसलिए, माखन को उनका प्रिय भोग माना जाता है। माखन-मिश्री का भोग लगाने से भगवान श्री कृष्ण प्रसन्न होते हैं और भक्तों को शुद्धता, प्रेम और शांति का आशीर्वाद देते हैं।
श्रीखंड
आपकी जानकारी के लिए बतादे कृष्ण जन्माष्टमी के दिन श्रीखंड का प्रसाद शुभ होगा।बता दें कि श्रीखंड दही से बनता है, और दही श्री कृष्ण को बहुत पसंद है। गुजरात में द्वारिका सहित पूरे गिर प्रदेश में भगवान श्री कृष्ण को यह मीठा और स्वादिष्ट भोग लगाया जाता है।
मालपुए
जन्माष्टमी के दिन भगवान श्री कृष्ण को राधा रानी के हाथों बनाए हुए मालपुए का भोग लगाने की परंपरा बहुत पुरानी है और इसका धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व है। इस प्रकार, मालपुए का भोग लगाकर हम राधा-कृष्ण के प्रेम का स्मरण करते हैं। मालपुए का मीठा स्वाद भक्तों के मन को प्रसन्न करता है और उन्हें भगवान श्री कृष्ण के प्रति अधिक आकर्षित करता है