अफीम की खेती रबी की फसल यानी सर्दी के मौसम में की जाती है, इसकी बुवाई अक्टूबर-नवंबर महीने में की जाती है। बुवाई से पहले भूमि को 3-4 बार अच्छी तरह जोतना पड़ता है. इसके साथ ही खेत में पर्याप्त मात्रा में गोबर की खाद या वर्मीकम्पोस्ट डालना जरूरी है, ताकि पौधे अच्छे से बढ़ सकें।
इस पौधे के पत्तों और बीजों को उबालने के बाद उस तरल पदार्थ को ठंडा करके जमाया जाता है, जो बाद में हशीश का रूप ले लेता है। अफीम की कानूनी खेती सबसे ज्यादा राजस्थान मध्य प्रदेश में की जाती है। प्रदेश में 17044 किसानों के पास अफीम की खेती का लाइसेंस है। इसकी खेती सबसे ज्यादा प्रतापगढ़ जिले में होती है।
कितना होगा मुनाफा
इस फसल से किसान कम से कम 3 लाख रुपये महीने कमा सकते हैं। बाजार में इस फल की बहुत ज्यादा डिमांड है, जिसके कारण यह फल बहुत ही ज्यादा कीमत पर बिकता है. इसके सेवन से पाचन तंत्र भी मजबूत होता है। किसान इसकी खेती से भी लाखों रुपये कमा सकते हैं, जिसके बाद उन्हें जीवन में कभी पैसे की कमी नहीं होगी।