लेमनग्रास एक बहुउपयोगी पौधा है जो मुख्य रूप से उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाया जाता है. भारत, थाईलैंड, वियतनाम और इंडोनेशिया जैसे देशों में इसकी व्यापारिक खेती की जाती है. इस पौधे की पत्तियों और उसकी सुगंध का इस्तेमाल खाने के व्यंजनों में और औषधीय प्रयोजनों के लिए किया जाता है. लेमनग्रास को इसका नाम इसकी नींबू जैसी खुशबू के कारण ही मिला है. लेमनग्रास की पत्तियों से चाय की पत्ती, कॉस्मेटिक उत्पाद, बालों का तेल, साबुन, शैम्पू और कई अन्य चीजें बनाई जाती हैं.
अगर आप भी लेमनग्रास की खेती करके अच्छी कमाई करना चाहते हैं, तो ये जानकारी आपके लिए बहुत उपयोगी साबित हो सकती है. आइए, विस्तार से जानते हैं कि लेमनग्रास की खेती कैसे की जाती है.
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लेमनग्रास की खेती के लिए उपयुक्त जलवायु और मिट्टी (Upayukt Jalvayu Aur Mitti)
लेमनग्रास एक सूर्यप्रकाश पसंद करने वाला पौधा है. इसकी खेती के लिए ऐसी जगह का चयन करें जहां अच्छी धूप हो और हवा का संचार भी ठीक से हो. ध्यान रहे कि वह स्थान बहुत अधिक ठंडा न हो, नहीं तो पौधे जम नहीं पाएंगे. अच्छी पैदावार के लिए मिट्टी में खाद या वर्मीकम्पोस्ट मिलाएं.
बीज और बुवाई का समय (Beej Aur Buwai)
लेमनग्रास के लिए उन्नत किस्म के बीज स्थानीय कृषि विभाग या वैज्ञानिक संस्थानों से प्राप्त करें. इसकी बुवाई अप्रैल से अगस्त महीने के दौरान की जा सकती है. बीजों को बोने के बाद उनकी नियमित देखभाल करें.
सिंचाई और खरपतवार नियंत्रण (Sinchaai Aur Kharpattwaar Niyantran)
लेमनग्रास की खेती में सिंचाई का ध्यानपूर्वक प्रबंधन करें. साथ ही खेत में खरपतवार ना पनपने दें. समय-समय पर उनकी निराई गुड़ाई करते रहें.
फसल कटाई और उपज (Fasal Katai Aur Upj)
समय पर पौधों को काटना और उनकी उपज प्राप्त करना जरूरी है. लेमनग्रास की एक साल में 3-4 बार कटाई की जा सकती है. इसकी पत्तियों से तेल निकाला जाता है, जिसे आप बाजार में बेच सकते हैं. एक कठ्ठा भूमि से लगभग 3-5 लीटर तेल निकाला जा सकता है, जिसकी बाजार में कीमत 1000 रुपये से 1500 रुपये प्रति लीटर के बीच चलती है.
एक हेक्टेयर भूमि से लेमनग्रास के पत्तों की पैदावार लगभग 5 टन तक हो सकती है. वहीं, इसकी खेती करने में कुल लागत 15,000 रुपये से 20,000 रुपये तक आ जाती है. अगर आपका बजट अधिक है, तो आप अच्छी गुणव踽 वाले उपकरणों का इस्तेमाल कर सकते हैं, जिनकी कीमत दो से तीन लाख रुपये तक हो सकती है.
लेमनग्रास की खेती का मुनाफा (Labh)
लेमनग्रास के तेल की बाजार में बहुत मांग है. भारतीय व्यापारियों के बीच भी इसकी तेल की डिमांड काफी अधिक रहती है. इसका इस्तेमाल कॉस्मेटिक उत्पादों और दवाओं में किया जाता है, जिस वजह से इसकी मांग हमेशा बनी रहती है और अच्छी कीमत भी मिलती है. इसलिए इसकी खेती करके किसान अच्छी कमाई कर सकते हैं. एक हेक्टेयर भूमि में लेमनग्रास की खेती से सालाना 4 लाख रुपये तक की कमाई हो सकती है.
अतिरिक्त आय के साधन (Aatishrikt Aay Ke Sadhan)
एक हेक्टेयर भूमि से आप 5 टन लेमनग्रास का उत्पादन कर सकते हैं, जिससे आपको लगभग 3 लाख रुपये की आमद