किसानों की आय बढ़ाने के लिए हर कोई कुछ न कुछ उपाय खोजता रहता है। ऐसे में बिहार के एक किसान ने बाढ़ की समस्या को ही अपने लिए सोने का अंडा बना दिया। जी हां, आपने सही पढ़ा! उन्होंने बाढ़ के पानी में ही ‘सिंघाड़े की खेती’ करके लाखों रुपये कमाए। सिंघाड़ा न केवल स्वादिष्ट होता है बल्कि कई बीमारियों के लिए फायदेमंद भी माना जाता है। साथ ही, इसे व्रत में भी खूब खाया जाता है, जिसकी वजह से इसकी मार्केट में हमेशा अच्छी डिमांड रहती है। आइए जानते हैं कैसे करें सिंघाड़े की खेती और इससे कितनी कमाई हो सकती है।
सिंघाड़े की खेती कैसे करें?
सिंघाड़े की खेती के लिए खेतों में या तालाब में पानी की पर्याप्त सुविधा होनी चाहिए। इसकी खेती जनवरी-फरवरी महीने में नर्सरी तैयार करके की जाती है। इसके बाद जून-जुलाई में पौधे लगाए जाते हैं। पौधों को एक मीटर की दूरी पर लगाना चाहिए।
नर्सरी तैयार करने के लिए तीन फीट गहरे पानी में जनवरी-फरवरी में बीज बोएं। खाद के रूप में एक एकड़ में दस क्विंटल तक सुखेत मॉडल की वर्मी कंपोस्ट खाद का इस्तेमाल कर सकते हैं।
सिंघाड़े की खेती से कमाई
सिंघाड़े की मार्केट में अच्छी डिमांड होने की वजह से इससे अच्छी कमाई हो सकती है। एक हेक्टेयर में सिंघाड़े की खेती करने पर लगभग सात महीने में डेढ़ लाख रुपये तक की कमाई की जा सकती है। अगर आपके खेतों में भी पानी लगने या बाढ़ की समस्या रहती है तो आप इस खेती से अपनी आय बढ़ा सकते हैं।