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गाय पालना एक मुनाफे का धंधा हो सकता है. इसकी वजह है दूध की लगातार मांग. दूध न सिर्फ स्वादिष्ट होता है बल्कि सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद है. इसमें पाचन क्रिया को दुरुस्त रखने के साथ-साथ भरपूर पोषण भी पाया जाता है. यही कारण है कि आजकल गाय पालन से लोग लाखों रुपये कमा रहे हैं. पढ़े-लिखे युवा भी अब इस क्षेत्र में आकर्षित हो रहे हैं.

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अगर आप भी गाय पालन की सोच रहे हैं तो दूध देने वाली बेहतरीन नस्लों में से एक लाल सिंधी गाय के बारे में जानना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है.

लाल सिंधी गाय कैसी होती है?

लाल सिंधी गाय की प्रमुख विशेषताओं को निम्नलिखित बिंदुओं में समझा जा सकता है:

  • शक्ल: गहरे और हल्के लाल रंग का शरीर.
  • वजन: 320 से 340 किलोग्राम के बीच.
  • कद-काठी: 120 सेंटीमीटर ऊंचाई और 140 सेंटीमीटर लंबाई.
  • दूध उत्पादन: एक बार ब्याने पर लगभग 1100 से 2600 लीटर दूध देने की क्षमता.
  • दूध में वसा की मात्रा: 4.5 प्रतिशत.
  • दैनिक दूध उत्पादन: 12 से 20 लीटर प्रतिदिन.
  • कीमत: दूध देने की क्षमता के अनुसार कीमत तय होती है, जो आम तौर पर 50 हजार से 80 हजार रुपये के बीच होती है.

अगर आप अधिक दूध देने वाली लंबी और चौड़ी गाय की तलाश में हैं तो लाल सिंधी गाय आपके लिए उपयुक्त साबित हो सकती है. इन गायों को मुख्य रूप से दूध उत्पादन के लिए ही पाला जाता है.

लाल सिंधी गाय की देखभाल कैसे करें?

अच्छी मात्रा में दूध उत्पादन के लिए गाय की देखभाल और खानपान का विशेष ध्यान रखना होता है. किसी भी पशु को, चाहे वह गाय हो, भैंस या बकरी, सही मात्रा में और संतुलित आहार न मिलने पर दूध की मात्रा कम हो जाती है.

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लाल सिंधी गाय को पौष्टिक आहार देना जरूरी है. ज्यादा दूध उत्पादन के लिए आप इन्हें चारा के साथ-साथ अनाज भी खिला सकते हैं. हालांकि, ध्यान रखें कि अनाज ज्यादा मात्रा में न दें, वरना पाचन क्रिया बिगड़ सकती है. विशेषज्ञों का मानना है कि दलहनी चारा देने से पहले आप इन्हें सूखा चारा या कोई अन्य रoughage (रॉ फाइबर वाला चारा) खिला सकते हैं. इससे पाचन क्रिया दुरुस्त रहती है.

इसके अलावा आप ज्वार, चोकर, बाजरा, मक्का की खली आदि भी गाय को खिला सकते हैं. लेकिन हर चीज संतुलित मात्रा में ही दें.

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