आवाकाडो पृथ्वी पर सबसे शक्तिशाली फल माना जाता है। आवाकाडो का सेवन हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। इस फल में कई विटामिन, मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं जो हमारे शरीर के विकास के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। ऐसे फल बाजार में आसानी से उपलब्ध नहीं होते हैं और अगर आपको मिल भी जाए तो उनकी कीमत बहुत अधिक होती है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि आप घर पर कैसे आवाकाडो का पौधा लगा सकते हैं ताकि आपको बाहर से लाने के लिए पैसा खर्च न करना पड़े और साथ ही आप इसे लगाकर अपने स्वास्थ्य को बहुत अच्छा बना सकें। आइए जानते हैं कि आप इसे घर पर कैसे लगा सकते हैं।
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आप नर्सरी से भी पौधा ला सकते हैं
घर पर आवाकाडो का पौधा लगाने के लिए सबसे पहले आपको एक ऐसा गमला लेना होगा जिसमें आप मिट्टी और गोबर की खाद को बराबर मात्रा में मिलाएं, ताकि आपके पौधे का विकास अच्छा हो सके। आवाकाडो के पौधे 30 फीट तक ऊंचे होते हैं। इनके हरे पत्ते और मजबूत तना होता है। इनके स्वादिष्ट फल भी थोड़े भारी होते हैं। जिसके कारण आपको इसके लिए थोड़ा बड़ा गमला चुनना होगा। आप इसके पेड़ को नर्सरी से लाकर अपने घर में गमले में लगा सकते हैं। इसे ज्यादातर किसी जमीन में लगाना अच्छा माना जाता है ताकि पेड़ को बढ़ने के लिए पर्याप्त जगह मिल सके।
बीज से इस तरह पौधा लगाएं
आप आवाकाडो के पौधे को बीज से भी तैयार कर सकते हैं।
इसके लिए आपको पके हुए बीजों को रात भर पानी में भिगोना होगा।
पानी में भिगोने से इन बीजों में थोड़ी जड़ निकल आएगी, जिससे आप आसानी से पौधा तैयार कर सकते हैं।
अब एक छोटे से गमले या पॉलीथीन में मिट्टी और गोबर का मिश्रण भरें।
मिश्रण भरने के बाद रात भर भिगोए हुए बीजों को मिट्टी से ढक दें। इसके बाद आप कुछ दिनों में इसकी जड़ें निकलती हुई देखेंगे।
इसे कुछ और दिनों तक बढ़ने दें। फिर जैसे ही इसका पौधा तैयार हो जाए, आप इसे जमीन में लगा दें।
आवाकाडो के बेहतर विकास के लिए इसे जमीन में लगाना बहुत अच्छा माना जाता है। इसके लिए यदि आप रेतीली मिट्टी का उपयोग करें तो यह बहुत अच्छा होगा। इसका विकास भी अच्छी तरह बढ़ेगा।
आवाकाडो के पौधे को बढ़ने के लिए धूप की आवश्यकता होती है। इसलिए हमेशा ऐसी जगह चुनें। जहां कम से कम 8 से 9 घंटे धूप आती हो।
आवाकाडो की जड़ हमेशा नमी पसंद करती है। इसलिए कभी भी इसकी मिट्टी को सूखने न दें। हमेशा थोड़ा-थोड़ा सिंचाई करते रहें।
आप इसके विकास के लिए इसमें गोबर की खाद भी मिला सकते हैं और आप पौधे की मिट्टी को निराई-गुड़ाई करके भी अच्छा बना सकते हैं।