किसान की ज़िद क्या कर सकती है, ये दिखाया है हरियाणा के पलवल जिले के किसान बिजेंद्र दलाल ने। आज वो देश के सफल किसानों में गिने जाते हैं। दरअसल, उन्होंने 39 साल पहले मिठे मक्के की खेती शुरू की थी और आज भी यही कर रहे हैं। साल में तीन बार पैदावार हो जाने की वजह से उनकी अच्छी खासी कमाई हो जाती है। राज्य सरकार ने भी उन्हें सम्मानित किया है।
मिठे मक्के की खेती साल में दो-तीन बार की जा सकती है क्योंकि ये 60 से 100 दिन में तैयार हो जाता है। बिजेंद्र दलाल पिछले 39 साल से लगातार मिठे मक्के की खेती कर रहे हैं और साल में तीन बार अच्छी कमाई कर लेते हैं।
मिठे मक्के की मांग पहले से काफी बढ़ गई है। इसलिए किसानों के लिए ये अच्छी आय का जरिया बन सकता है। कभी मिठे मक्के के थोक भाव करीब 400 रुपये प्रति क्विंटल हुआ करते थे। लेकिन अब किसान कुछ एकड़ में खेती करके सालाना सात लाख रुपये तक कमा लेते हैं। इसमें निवेश की बात करें तो प्रति एकड़ करीब 25 हजार रुपये का खर्च आता है।