Narmdapuram :भाऊसाहब भुस्कुटे स्मृति लोकन्यास गोविंदनगर की वर्ष 2023-24 की साधारण सभा संपन्न

By Yashna Kumari

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बनखेड़ी ( नर्मदापुरम) टीकाराम बड़कुर :- विगत दिवस में भाऊ साहब भुस्कुटे स्मृति लोक न्यास की साधारण सभा कृषि विज्ञान केंद्र गोविंद नगर में संपन्न हुई साधारण सभा में न्यास के सचिव श्री चाणक्य जी बक्शी,डॉक्टर अतुल जी सेठा, सहसचिव श्री अनिल जी अग्रवाल, कोषाध्यकाश श्री शैलेन्द्र जैन सहसचिव श्री केशव माहेश्वरी एवं न्यास के समस्त पदाधिकारी कार्यकर्ता बंधु उपस्थित रहे
सर्वप्रथम द्वीप प्रज्वलन, अतिथि सम्मान एवं सरस्वती वंदना से कार्यक्रम प्रारंभ हुआ तत्पश्चात न्यास के संचालित सभी प्रकल्प की वार्षिक प्रगति वीडियो के मध्यम से प्रस्तुत की गई,

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प्रगति प्रतिवेदन के बाद न्यास के कोषाध्यकश श्री शैलेन्द्र जैन द्वारा न्यास का वार्षिक आय – व्यय एवं बैठक का वचन किया गया । तत्पश्चात बैठक में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत कार्यवाहक श्री हेमंत सेठिया जी का मार्गदर्शन सभी कार्यकर्ताओं को प्राप्त हुआ। उनके वक्तव्य में उन्होंने कहा कि 1800 से पहले हमारा प्रत्येक गांव स्वावलंबी था, हमारी जीडीपी दुनिया में नंबर वन पर थी हमारे देश में अंग्रेजों ने सर्वप्रथम हमारी शक्ति को खत्म किया धीरे-धीरे हम विदेशी कल्चर को मानने लगे, हमारे प्राचीन मान बिंदुओं को समाप्त करने मेंअंग्रेजों ने कोई कसर नहीं छोड़ी ।

1905 में वीर सावरकर जी ने सर्वप्रथम विदेशी वस्तुओं की होली जलाई। 1942 में सेनकरण, ओधोगीकरण पर सावरकर जी ने जोर दिया। मुस्लिम काल के समय पर्दा प्रथा थी लेकिन महिलाओं की शिक्षा बंद हो गई। उन्होंने अपने वक्तव्य में आगे कहा कि हमारे गांव जब स्वावलंबी होंगे तो देश सशक्त होगा हमारा मार्ग शोध के साथ खड़ा हुआ है सैकड़ो कार्यकर्ता इस कार्य में लगे हुए हैं इस कार्य को करते करते खब गए तब यह कार्य खड़ा हुआ है। ग्राम विकास, जल संरक्षण,समरसता का विषय हो या भगवान राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का विषय हो समाज का विश्वास हम पर विश्वास जागृत हुआ है, हमारा जागरण का कार्य 22 जनवरी 2024 को पूरा हो रहा है।

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दूसरा कालखंड जो प्रारंभ होगा वह उन्नति का परम वैभव का काल होगा, जब हम 100 का प्रयास करते थे मिलते हमको एक था आज हम 100 का प्रयास करते हैं मिलते हमको 110 है समाज का विश्वास हमारे प्रति बड़ा है व्यवस्था परिवर्तन का केंद्र न्यास संपूर्ण प्रदेश की आशा का केंद्र है हमें भारत की जड़ों की ओर लौटना चाहिए प्राकृतिक खेती , जैव आधारित खेती, शिक्षा व्यवस्था, संस्कार युक्त शिक्षा, स्वरोजगार पर विशेष जोर देने की आवश्यकता है।

संघ द्वारा प्रारंभ किए गए कार्य के आधार पर भारतीय मूल लोक जीवन मूल्य के आधार पर प्रत्येक भारतीय शिक्षा ग्रहण करें, और स्वावलंबन की ओर बड़े। हमारे देश में अनेको अनेक संगठनों एवं संघ विचार वाले परिवारों द्वारा कार्य प्रारंभ हुए हैं। न्यासा से जुड़ा प्रत्येक व्यक्ति न्यास का सदस्य नहीं बल्कि उसका दूत है। हमारा कार्य सामान्य नहीं है यह देव निर्मित कार्य हमारे पास है, इस मिट्टी से हमको जहर समाप्त करना है जाति – पाति को भी समाप्त करना है ।

वृक्षा रोपण का मिशन खड़ा करना चाहिए, प्रत्येक व्यक्ति या नागरिक शिष्टाचार का पालन करें ।हम सभी कार्यकर्ता आकाश की तरफ बढ़ने का प्रयत्न करते हुए हम सभी कार्यकर्ताओं कार्य में आगे बढ़ना होगा ।

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इस अवसर न्यास दर्पण एवं प्राकृतिक खेती पुस्तक का विमोचन हुआ उसके बाद न्यास द्वारा संचालित सभी प्रकल्पो का प्रतिवेदन विडियो फिल्म के माध्यम से प्रस्तुत किया गया अंत में मा. श्री हेमंत जी सेठिया प्रान्त कार्यवाह (रा.स्व.से.संघ) का पाथेय सभी को प्राप्त हुआ |

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