ये दिलचस्प है कि आपने ओक के फल, यानि बलूत का फल, को “सैकड़ों बीमारियों को ठीक करने वाला अनोखा फल” बताया है। हालांकि, बलूत का फल खाने योग्य तो है, लेकिन उनके बारे में कई गलतफहमियां भी हैं. आइए, ओक के फल के बारे में सच्चाई जानने की कोशिश करें.
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ओक का फल और उसका इस्तेमाल
ओक के पेड़ एक फल नहीं बल्कि बीज पैदा करते हैं, जिन्हें बलूत कहा जाता है. बलूत का फल कई जीवों, खासकर खिलखिलों का पसंदीदा भोजन है. कुछ इलाकों में, इसे पीसकर आटे की तरह इस्तेमाल भी किया जाता है, लेकिन इसे कच्चा खाना ठीक नहीं होता. कच्चे बलूत में टैनिन नामक तत्व होता है, जो पाचन क्रिया में दिक्कत पैदा कर सकता है.
बलूत की खेती
फलों की तरह बलूत की खेती सामान्य नहीं है. ओक के पेड़ बड़े धीरे से बढ़ते हैं और फल देने में कई साल लग जाते हैं. बलूत उगाने के लिए जंगल या पहाड़ी क्षेत्रों से इन्हें इकट्ठा किया जाता है.
बलूत के फायदे और मिथक
बलूत में कुछ पोषक तत्व होते हैं, लेकिन यह सैकड़ों बीमारियों को ठीक करने का दावा गलत है.
- आँखों के लिए: बलूत के आंखों के लिए फायदेमंद होने का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है.
- मुंह के छालों के लिए: इस पर भी कोई शोध आधारित जानकारी नहीं मिलती.
- कैंसर की रोकथाम: इस दावे के समर्थन में भी पर्याप्त शोध नहीं हुआ है.
- जख्म भरने में: बलूत के घाव भरने में मदद करने सम्बन्धी जानकारी सीमित है और अधिक शोध की आवश्यकता है.
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बलूत के कुछ संभावित फायदे
- शर्करा नियंत्रण: कुछ अध्ययनों में बलूत में पाए जाने वाले तत्वों को शर्करा नियंत्रण में सहायक पाया गया है, लेकिन अभी और शोध जरूरी है.
- पाचन क्रिया: सही तरीके से तैयार किया गया बलूत का आटा पाचन क्रिया को दुरुस्त रखने में मदद कर सकता है.
ओक का फल या बलूत एक अनोखा बीज जरूर है, लेकिन यह कोई चमत्कारी इलाज नहीं है. इसके सेवन से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना जरूरी है.