सोयाबीन की फली एक ऐसी हरी सब्जी है जिसमें पनीर और अंडे से भी ज्यादा प्रोटीन पाया जाता है। यह कमजोर पड़ चुके शरीर में ताकत भरने का काम करती है। अक्सर इस सब्जी को नज़रअंदाज़ कर दिया जाता है, लेकिन यह सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है।
सोयाबीन की फली के फायदे
सोयाबीन में आइसोफ्लेवोन नामक एक रसायन पाया जाता है जो शरीर की सुरक्षा में मदद करता है।
- मानसिक संतुलन: सोयाबीन की फली का सेवन मानसिक संतुलन बनाए रखने में मददगार है।
- ब्लड प्रेशर नियंत्रण: यह ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में सहायक होती है।
- लिवर के लिए फायदेमंद: सोयाबीन की फली लिवर के लिए फायदेमंद है।
- हड्डियों को मजबूती: यह हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करती है।
- कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण: कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में प्रभावी है।
- अनियमितता दूर करे: यह अनियमितता की समस्या को दूर करने में मददगार है।
- कैंसर से बचाव: सोयाबीन की फली कैंसर के खतरे को कम करने में सहायक हो सकती है।
सोयाबीन की फली की खेती
सोयाबीन की खेती के लिए गर्म और आर्द्र जलवायु उपयुक्त होती है। इसकी खेती के लिए सही तापमान 26 से 32 डिग्री सेल्सियस होना चाहिए। अच्छी जल निकासी वाली दोमट मिट्टी सोयाबीन की खेती के लिए अच्छी होती है। मिट्टी का पीएच मान 7.0 से 7.6 के बीच होना चाहिए।
सोयाबीन की फली की खेती से मुनाफा
बाजार में इस सब्जी की काफी मांग है। अगर आप इस सब्जी की खेती करते हैं तो लाखों का मुनाफा कमा सकते हैं। एक एकड़ में भी इसकी खेती से 3 से 4 लाख रुपये तक का मुनाफा हो सकता है।