क्या आप जानते हैं दुनिया में एक ऐसा फल है जो न सिर्फ लज़ीज़ है बल्कि कई बीमारियों को भी दूर रखने में मदद करता है? जी हाँ, वह है पेरी (Persimmon)! इसकी खेती करके आप ना सिर्फ सेहत का ख़ज़ाना उगा सकते हैं बल्कि अच्छी कमाई भी कर सकते हैं. आइए जानते हैं पेरी की खेती कैसे की जाती है.
पेरी की खेती के लिए उपयुक्त मिट्टी
पेरी का पेड़ थोड़ी सी अम्लीय से लेकर सामान्य मिट्टी (pH 6.6 से 7.0) में सबसे अच्छा बढ़ता है. आमतौर पर हमारे बगीचों की मिट्टी का pH 7.0 से 8.0 के बीच होता है.
पेरी का पौधा लगाना
पेरी की खेती के लिए सबसे पहले बीजों को रात भर पानी में भिगो दें. फिर गड्ढा खोदकर उसमें लगभग 2 इंच गहरा बीज बो दें. ध्यान दें कि गड्ढों के बीच करीब 3 इंच का फासला होना चाहिए. बीज बोने के बाद मिट्टी को हल्के से सींच दें. पेरी का पेड़ पूरी तरह से तैयार होने और फल देने में 10 से 15 साल का समय लग सकता है.
धूप है जरूरी
पेरी के पेड़ों को अच्छी पैदावार के लिए भरपूर धूप की ज़रूरत होती है. इसलिए ऐसी जगह चुने जहाँ पेड़ों पर दिनभर अच्छी धूप पड़े.
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कमाई का मीठा फल
बाज़ार में पेरी की कीमत 500 रुपये किलो तक हो सकती है. इसकी मीठी और गुणकारी फल होने की वजह से बाज़ार में इसकी डिमांड भी काफी ज़्यादा है. एक एकड़ में पेरी की खेती करके आप लाखों रुपये की कमाई कर सकते हैं. तो देर किस बात की? आज ही से शुरू करें पेरी की लज़ीज़ और फायदेमंद खेती!