व्रत में अगर आप हेल्दी और टेस्टी खाना चाहते हैं तो साबूदाना खिचड़ी बनाकर खा सकते हैं. साबूदाना खाने से पेट आसानी से भर जाता है और देर तक भूख नहीं लगती. साबूदाना फलाहारी के लिए काफी अच्छा माना जाता है. इसमें फाइबर, आयरन, कैल्शियम, पोटेशियम और एंटी-ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं. आप साबूदाना से कई तरह के व्यंजन बनाकर खा सकते हैं. जैसे साबूदाना की खीर, साबूदाना वड़ा, साबूदाना पापड़ और साबूदाना खिचड़ी. व्रत के दौरान साबूदाना खिचड़ी खाने से भरपूर एनर्जी मिलती है.
सामग्री:
- 1 कप साबूदाना (सबो)
- 1/2 कप मूंगफली, भुनी हुई और दरदरी पिसी हुई
- 2 बड़े चम्मच घी या तेल
- 1/2 छोटी चम्मच जीरा
- 2-3 हरी मिर्च, बारीक कटी हुई
- 1 छोटी चम्मच अदरक-लहसुन का पेस्ट
- 1/2 छोटी चम्मच हल्दी पाउडर
- 1/4 छोटी चम्मच लाल मिर्च पाउडर
- 1/4 छोटी चम्मच गरम मसाला
- 1/2 कप उबले हुए आलू, छोटे टुकड़ों में कटे हुए
- 1/4 कप कटा हुआ हरा धनिया
- नमक स्वादअनुसार
- 1/2 नींबू का रस (वैकल्पिक)
विधि:
- साबूदाना को भिगोना: सबसे पहले, साबूदाना को अच्छी तरह धो लें और 3-4 घंटे के लिए पानी में भिगो दें। ध्यान दें कि पानी साबूदाना से 1 इंच ऊपर होना चाहिए।
- मूंगफली को भूनना और पीसना: मूंगफली को हल्का सुनहरा होने तक भून लें और दरदरी पीस लें।
- तड़का लगाना: एक कढ़ाई में घी या तेल गरम करें। जीरा डालकर सुनहरा होने तक भूनें। हरी मिर्च, अदरक-लहसुन का पेस्ट डालकर 1 मिनट तक भूनें।
- मसाले डालना: हल्दी पाउडर, लाल मिर्च पाउडर और गरम मसाला डालकर 30 सेकंड तक भूनें।
- आलू और साबूदाना डालना: उबले हुए आलू और भीगे हुए साबूदाना (पानी निकालकर) डालें। अच्छी तरह मिलाएं।
- पकाना: धीमी आंच पर 5-7 मिनट तक या जब तक साबूदाना पारदर्शी न हो जाए, तब तक पकाएं।
- हरा धनिया, नमक और नींबू का रस डालना: हरा धनिया, नमक और नींबू का रस (वैकल्पिक) डालकर अच्छी तरह मिलाएं।
- गरमागरम परोसें: साबूदाना खिचड़ी को गरमागरम दही, अचार या हरी चटनी के साथ परोसें।
सुझाव:
- आप अपनी पसंद के अनुसार हरी मटर, गाजर या शिमला मिर्च भी डाल सकते हैं।
- यदि आप चाहते हैं कि खिचड़ी अधिक कुरकुरी हो, तो आप साबूदाना को थोड़ा कम पानी में भिगो सकते हैं।
- आप खिचड़ी में स्वाद के लिए थोड़ा सा चीनी या गुड़ भी डाल सकते हैं।
यह अनोखा फल देता है ऐसी जवानी की हर कोई आपसे पूछेंगा जवानी का राज पर बताना मत, आप जान लो फल का नाम
यह रेसिपी 2-3 लोगों के लिए पर्याप्त है।
नोट:
- यह रेसिपी व्रत के लिए भी उपयुक्त है।
- यदि आप व्रत नहीं रख रहे हैं, तो आप अपनी पसंद के अनुसार नमक और मसाले समायोजित कर सकते हैं।