फ्री मिल रहे सब्जियों के बीज किसान भाई अब जल्दी बनेंगे लाखो के मालिक

By Karan Sharma

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चंदौली जिले में सब्जी उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए एक अच्छी पहल की शुरुआत की गई है। राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत, जिला उद्यान विभाग ने जैद सीजन में लगभग 50 हेक्टेयर क्षेत्र में सब्जी की खेती करने का लक्ष्य रखा है। इस योजना के तहत किसानों को सब्जी के बीज निशुल्क दिए जाएंगे।

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यह योजना किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए शुरू की गई है। सब्जी की खेती करने से किसान साल भर कमाई कर सकते हैं। निशुल्क बीज वितरण के साथ ही सब्जी की खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार अलग-अलग सब्जी की खेती के लिए लक्ष्य भी निर्धारित कर रही है।

कुल 50 हेक्टेयर भूमि में से 10-10 हेक्टेयर भूमि में क करेले और खीरे की खेती की जाएगी। वहीं लौकी की खेती 17 हेक्टेयर और तुरई की खेती 13 हेक्टेयर भूमि में की जाएगी। यह लक्ष्य इसलिए निर्धारित किया गया है ताकि किसानों को ज्यादा से ज्यादा लाभ हो सके। इससे भविष्य में अन्य किसान भी सब्जी की खेती करने के लिए प्रेरित होंगे और सब्जी उत्पादन में बढ़ोतरी होगी।

अगर आप भी सब्जी उत्पादन करना चाहते हैं तो अपने जिले के उद्यान विभाग से संपर्क कर सब्जी के बीज पर मिलने वाली सब्सिडी के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। कई जगहों पर किसानों की मदद के लिए सब्सिडी योजनाएं चलाई जा रही हैं।

सब्जी उत्पादन में मुनाफा

सब्जी उत्पादन में किसानों को अधिक मुनाफा हो रहा है। कम जमीन में भी कई किसान अच्छी कमाई कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि उन्हें अपनी जेब से ज्यादा खर्च नहीं करना पड़ता है। बल्कि सब्जी से होने वाले मुनाफे से ही वे दोबारा खेती करते हैं और अच्छी कमाई कर लेते हैं। सब्जी की खेती में कम जमीन के साथ-साथ पानी और खाद की भी बचत होती है।

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सफल सब्जी उत्पादन के लिए ध्यान देने योग्य बातें

सफल सब्जी उत्पादन के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। सबसे महत्वपूर्ण है प्राकृतिक अनुकूलता। किसानों को अपने क्षेत्र की जलवायु को ध्यान में रखते हुए सब्जी की खेती करनी चाहिए। इसके अलावा उत्पादन, प्रसंस्करण, प्रमाणन और बाजार मूल्य को ध्यान में रखकर खेती करनी चाहिए। आप अपने आसपास के बाजार का अध्ययन कर सकते हैं कि वहां किस सब्जी की डिमांड ज्यादा है। उसी के अनुसार खेती करें। साथ ही अगर मुमकिन हो तो इसके लिए प्रशिक्षण भी ले सकते हैं।

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