गोखरू एक बहुउपयोगी औषधीय जड़ी है जिसके बारे में शायद आप जानते हैं, लेकिन कई लोगों को इसके फायदों के बारे में जानकारी नहीं है. यह दुर्लभ सी लगने वाली जड़ी-बूटी दरअसल हमारे आसपास आसानी से मिल जाती है और कई बीमारियों से लड़ने की ताकत रखती है.
यह भी पढ़े – लागत सिर्फ10 हजार और मुनाफा लाखो का, इस फूल की खेती कर बन जाएंगे अमीर
गोखरू के फायदे अनेक
गोखरू का सेवन शरीर की कई तरह की बीमारियों को दूर करने में मदद करता है. खासकर यह किडनी संबंधी रोगों में काफी लाभकारी मानी जाती है. गोखरू को किडनी की पथरी का देसी इलाज माना जाता है. इसकी खासियत यह है कि इसका इस्तेमाल हर उम्र, धर्म और लिंग के लोग कर सकते हैं. हालांकि, महिलाओं में पथरी की समस्या ज्यादा देखने को मिलती है, इसलिए उनके लिए गोखरू का सेवन काफी फायदेमंद बताया गया है.
गोखरू के फायदे सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं हैं. यह सूजन को कम करने, मोटापा कम करने और जोड़ों के दर्द में भी राहत दिलाने में सहायक मानी जाती है.
कहां मिलता है गोखरू
अच्छी बात ये है कि गोखरू पूरे भारत में आसानी से मिल जाता है. इसकी कीमत भी बहुत ज्यादा नहीं है, लगभग 500 रुपये प्रति किलो तक बाजार में उपलब्ध है. इसकी मांग बाजार में अच्छी खासी है और इसका सेवन लगभग सभी लोग कर सकते हैं.
यह भी पढ़े – किसी संजीवनी बूटी से कम नहीं यह नीला फल, दवाइयों का है भंडार, बुढ़ापे में भी रहोगे स्वस्थ और फिट
कैसे उगाएं गोखरू
गोखरू की खेती इसके छोटे बीजों से की जाती है. खेत में ज्वार जैसा अनाज या अन्य खाद मिलाकर मिट्टी तैयार की जाती है, फिर उसी में बीजों को बोया जाता है. बीज बोने के बाद पौधों को बड़ा होने तक कीट-पतंगों से बचाना जरूरी होता है. लगभग एक साल बाद गोखरू की जड़ी का इस्तेमाल किया जा सकता है.