करोंदा एक ऐसा फल है जो अपने अद्भुत गुणों के कारण लाखों में एक है। यह छोटा सा फल कई बड़ी-बड़ी बीमारियों का इलाज करने की क्षमता रखता है। आज के समय में यह फल बड़ी मुश्किल से मिलता है। ज्यादातर ग्रामीण इलाकों में और खेतों के किनारों पर ही यह पाया जाता है।
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करोंदे के फायदे
करोंदे के फायदों की बात करें तो यह पाचन के लिए बेहद लाभकारी है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, करोंदे में मौजूद घुलनशील फाइबर पेट की लाइनिंग को स्मूथ बनाता है, जिससे पाचन बेहतर होता है और मानसिक स्वास्थ्य में भी सुधार आता है। इसके अलावा, करोंदे में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी पाए जाते हैं, जो सूजन कम करने में मदद करते हैं।
करोंदे की खेती कैसे करें
करोंदे का पौधा बीजों के माध्यम से तैयार किया जाता है। इसके लिए पके हुए करोंदे के बीज निकालकर नर्सरी में बोए जाते हैं। 45 से 50 दिन पुराने पौधों को पॉलीथिन में पैक करके रोपण के लिए तैयार किया जाता है। करोंदे के पौधे जुलाई-अगस्त में लगाए जाते हैं। रोपण के 5-6 साल बाद फल आने शुरू हो जाते हैं।
कमाई कितनी होगी
बता दें कि बाजार में इस फल की काफी डिमांड रहती है। लोग इस फल को खरीदने के लिए जगह-जगह भटकते हैं। अगर आप इस फल की खेती करते हैं तो लाखों का मुनाफा कमा सकते हैं। एक एकड़ में भी इसकी खेती करने पर 15 से 16 लाख रुपये का मुनाफा हो सकता है, जिससे आप बड़े पैमाने पर काम कर सकते हैं।
करोंदा एक ऐसा फल है जो न केवल आपके स्वास्थ्य बल्कि आपकी जेब को भी भर सकता है। इसे उगाने में ज्यादा मेहनत की जरूरत नहीं पड़ती और मुनाफा काफी अच्छा मिलता है। अगर आप खेती करने की योजना बना रहे हैं तो करोंदे को जरूर आजमाएं।