क्या आप जानते हैं कि आप अपने घर के आंगन में सिर्फ सब्जियां ही नहीं, बल्कि कुछ महंगे मसाले भी उगा सकते हैं? लौंग, दालचीनी, जीरा और तेज पत्ता जैसे मसाले न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाते हैं, बल्कि बाजार में काफी महंगे भी मिलते हैं. आज हम आपको उगाने का तरीका बताने जा रहे हैं इलायची का, जिसका इस्तेमाल खाने और चाय में किया जाता है और ये अपनी खुशबू और स्वाद के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है. इलायची की खेती तो बड़े पैमाने पर केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु में होती है, लेकिन आप घर पर भी इलायची उगा सकते हैं. आइए जानते हैं कैसे!
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इलायची की खेती
घर पर इलायची उगाने के दो तरीके हैं. पहला तरीका है, पहले से लगे इलायची के पौधे से नया पौधा तैयार करना. दूसरा तरीका है, बीजों से इलायची उगाना. बीजों की गुणवत्ता अच्छी होनी चाहिए, क्योंकि यह पौधे की वृद्धि को प्रभावित करती है. आमतौर पर बीज 4 से 6 दिनों में अंकुरित हो जाते हैं. पौधा निकलने के बाद, आपको सुबह और शाम में इसकी सिंचाई करनी चाहिए. लगभग एक महीने में पौधा पूरी तरह से बाहर आ जाता है.
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इलायची की खेती पूरी जानकारी
इलायची की खेती के लिए मिट्टी का प्रकार महत्वपूर्ण है. आप गमले या घर की जमीन में लाल और काली मिट्टी का मिश्रण तैयार कर सकते हैं. अगर लाल मिट्टी उपलब्ध न हो, तो आप गोबर की खाद और कोको पीट का इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके अलावा आप साधारण मिट्टी में गोबर की खाद और कम्पोस्ट जैसी जैविक खादें मिला सकते हैं. इलायची के बीज बोने का सबसे अच्छा समय गर्म महीने होते हैं. भारत में मार्च से जून के बीच का समय इलायची के बीज बोने के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है. इस समय में बीजों का अंकुरण सबसे अच्छा होता है. इलायची के बीज बोने के लिए, ऐसी जगह चुनें जहां अच्छी जल निकासी हो और पूरे दिन धूप मिले.