Pandhurna/संवाददाता गुड्डू कावले पांढुरना:- पांढुरना जिले का एक मात्र एमपीएल मैदान अपने बदहाली पर आसू बहाते देखा जा सकता है।शहर के रानीदुर्गवती वार्ड स्थित एमपीएल मैदान में शहर वासियों को मूलभूत वेवस्था और सुरक्षा जैसे इतजामत नहीं है।हालाकि मुख्यमंत्री विशेष निधि में नपा को मैदान को माडल बनाने एक करोड़ों रुपए मिले पर त्कालिक परिषद मैदान के लिए कुछ खास नही बना पाई। पांढुरना जिला बना है।
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जिले में वरिष्ट अधिकारी जिला कलेक्टर अजय देव शर्मा और पुलिस अधीक्षक राजेश त्रिपाठी पदस्थ हुवे है। इस एमपीएल मैदान में खेल कूद गतिविधियों के अलावा महिला,बच्चो बुजुर्गो को शाम के समय टयलने के लिए एक मात्र सुरक्षित जगह माना जा रहा है।इसके अलावा जिले के वरिष्ट अधिकारी भी एमपीएल मैदान स्थित बेटमिटन हाल में बेटमिटन खेलने आते है। और पुलिस के वरिष्ट अधिकारी भी इवनिग वॉक के लिए यहां आते है।
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शहर वासियों की माने तो जब पांढुरना जिला बना और अधिकारी भी इस मैदान से भिन्न नहीं है।परंतु मैदान जस की तस की स्थिति में है।हालाकि पिछली परिषद ने एमपीएल मैदान की जरूरतों को समझते एक हाई मास्क लाइट लगाया था परन्तु इस मैदान में चारो दिशा अंधेरे से कवर हो जैसी विद्युत लाइट वेवस्थ होना अत्यंत अवश्क है।मैदान में घूमने आने वाली महिलाओं ने बताया कुछ हो ना हो मैदान में चारो दिशा में लाइट लगने चाइए महिलाओ ने बताया हम लोग मैदान में सुरक्षित महसूस नहीं करते है।रात में मैदान में असामाजिक तत्वों से डर बना रहता है। शहर के प्रशासनिक अधिकारी और नपा जनप्रतिनिधियों ने इस गंभीर विषय पर ध्यान देना चाइए।